SPN Medical Institute तैयार कर रहा झोलाछाप BYNSM डॉक्टरों की फौज
लव इंडिया,मुरादाबाद। यह एक ऐसे एशियन मेडिकल इंस्टीट्यूट के फर्जीवाड़े की कहानी है जो भविष्य सुरक्षित बनाने की आड़ में छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है और यह इस्टीट्यूट झोलाछाप डॉक्टरों की फौज तैयार कर रहा है। वैसे ही मुरादाबाद में फर्जी झोलाछाप डाक्टरों की फौज एक ओर स्वास्थ्य विभाग का सिरदर्द बनी हुई है वहीं नटवरलाल बनकर उभरा है एसपीएन मेडिकल इंस्टीट्यूट।
इस इंस्टीट्यूट में बीएनबाईएस, डीएनबाईएस ,सीएमएस आदि के मेडिकल कोर्स कराए जा रहे है जबकि संचालक कथित डाक्टर गुलाम नवी और बीके वारसी के पास इन कोर्सों को कराने की मान्यता सरकार से नही ली गई है। पूरी तरह से फर्जी रुप से चल रहा ये इंस्टीट्यूट छात्र छात्राओं को गुमराह कर रहा है। जबकि बताया जा रहा है कि हमारे इंस्टीट्यूट द्वारा कराए जा रहे सभी पैरामेडिकल कोर्स भारत सरकार द्वारा मान्य है उनके आधार पर आप सीएमओ दफ्तर और क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय में जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इसी झांसे में आकर लोग अपने बच्चों का एडमिशन मोटी फीस देकर इस फर्जी एसपीएन मेडिकल इंस्टीट्यूट में करा रहें है।
कुछ समय पहले ये फर्जीवाड़े की दुकान खुशहालपुर रोड़ पर स्थित अम्बा हेल्थ क्लीनिक के भवन के प्रथम तल पर धडल्ले से चलाई जा रही थी। वहां इस फर्जीवाड़े का भेद खुला तो शिकायत पर मझौला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और संचालक कथित डाक्टर गुलाम नवी और बीके वारसी से पूछताछ की तो वह कोई वैध दस्तावेज नही दिखा सकें। तो पुलिस उन्हे अपने साथ पुलिस चौकी ले गई। इनके खिलाफ तहरीर मिलने पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कराया जाना था लेकिन दोनों नटवरलाल संचालकों ने पुलिस से सांठगांठ करके मामले को रफा दफा करा दिया। बेखौफ काम करने वाले इन नटवरलालों की जोड़ी ने फिर से यहीं धंधा जगह बदलकर सिविल लाइन थाना क्षेत्र के स्थित हड़्डी मील के पीछे एक आवासीय बिल्डिंग में शुरू कर दिया है।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि वर्तमान में एसपीएन इंस्टीट्यूट का संचालन बोर्ड ऑफ योगा नैचुरोपैथी ऑफ सिस्टम्स मेडिसिन (BYNSM) नामक बोर्ड से किया जा रहा है। जिसका डायरेक्टर कथित डा. नितिन सहगल है। पूर्व में यहीं इंस्टीट्यूट दूसरे बोर्ड से संचालित किया जा रहा था। सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि बीबाईएन एसएम बोर्ड भी पूरी तरह अवैध हैँ इस फर्जीवाड़े का प्रमाण बोर्ड द्वारा दी जा रही डिग्री डिप्लोमा पर पता नहीं लिखे होने से लगाया जा सकता है क्योंकि जो पता बोर्ड ने अपनी बेबसाइट पर लिखा है वह किसी अन्य बोर्ड का भी है।
अम्बा हेल्थ क्लीनिक भवन के स्वामी ने विस्तार से मीडिया को बताया कि फर्जीवाड़ा उजागर होने पर मेरे द्वारा एसपीएन इंस्टीट्यूट को बंद करा दिया गया था। मैं ऐसे फर्जीवाड़े की दुकान को कैसे अपने भवन में चलने दें सकता था। लव इंडिया नेशनल ने छानबीन की तो बहुत से अहम तथ्य टीम ने जुटाए है जिनको जल्द ही जिला प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर उजागर किया जाएगा।
बताते चले कि गाइड लाइन के अनुसार मेडिकल बोर्ड का संचालन करने के लिए उत्तर प्रदेश स्टैंट फैक्लटी लखनऊ, भारतीय चिकित्सा परिषद और आयुष्य मंत्रालय की अनुमति अनिवार्य होती है लेकिन बीबाईएनएस एमएम बोर्ड का जन्म एक सोसायटी रजिस्ट्रैट कराकर फर्जी तरीके से किया गया हैं। इस बोर्ड का मकड़जाल मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बिजनौर समेत अन्य जनपदों में फैला है। जिनकी जांच सरकार और जिला प्रशासन को जनहित में करानी जरूरी है।