केदारनाथ धाम के लिए मुंबई के व्यापारी ने दान किया 230 किलो सोना
उत्तराखण्ड। उत्तराखण्ड के विश्वविख्यात केदारनाथ मन्दिर के गर्भगृह की दीवारें अब सोने की बनाई जाएंगी। दिवाली के शुभ मुहूर्त पर मंदिर के गर्भगृह की भित्ति सोने की बनने के बाद श्रद्धालुओं के लिए यह दीवारें आकर्षण का केंद्र बनने वाली हैं।मुंबई के एक व्यापारी ने इन दीवारों को बनाने के लिए करीब 230 किलो सोना दान में दिया है। इससे पहले केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की यह दीवारें चांदी की थी। अब इनपर सोना चढ़ाया जाएगा।
सोने की इन पतरियों पर भगवान शिव के प्रतीक त्रिशूल और डमरू जैसे चिन्ह भी उकेरे गए हैं। मन्दिर में 230 किलो सोना दान करने वाले मुंबई के व्यापारी ने बताया कि उनकी भगवान केदारनाथ में गहरी आस्था है। वह अक्सर भगवान केदारनाथ के दर्शन करने के लिए धाम आते थे और चांदी की दीवारों को देखकर सोचा करते थे कि भगवान के गर्भगृह की दीवार क्यों न सोने की बनवाई जाएं। इसी इच्छा को पूरी करने के लिए उन्होंने करोड़ों रूपये खर्च कर सोने की यह दीवारें तैयार करवाई हैं।
दिवाली के शुभ मुहूर्त से सोने की दीवारों की यह पतरी भित्ति पर जड़वाने का काम शुरू कर दिया गया है। सोने की इन पतरियों पर भगवान शिव के प्रतीक त्रिशूल और डमरू जैसे चिन्ह भी उकेरे गए हैं। इसके अलावा सोने की पतरियों पर जय बाबा केदार, हर हर महादेव भी लिखा गया है।
दान देने वाले व्यापारी की स्वेच्छा के बाद बद्री-केदार मन्दिर समिति व उत्तराखण्ड सरकार ने सोने की पतरी जड़वाने के काम की अनुमति दे दी थी, परन्तु स्थानीय पुजारी इसका कड़े तरीक़े से इसका विरोध कर रहे हैं।
स्थानीय पुजारियों का कहना है कि “गर्भगृह की चारों तरफ की दीवारों पर सोने की पतरी चढ़ाए जाने से गर्भगृह की पौराणिकता खत्म हो जायेगी। स्थानीय पुजारियों ने इसका विरोध करते हुए काम न रुकने की स्तिथि में अनशन करने की चेतावनी भी दी है। हालांकि उत्तराखंड सरकार और मंदिर समिति ने मुंबई के व्यापारी का इस कार्य हेतु न सिर्फ़ समर्थन किया है, बल्कि आभार भी व्यक्त किया है।