शुद्ध नहीं, केमिकल युक्त मावा खरीदने को मजबूर हैं लोग

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लव इंडिया,सम्भल। होली पर्व के दृष्टिगत खाद्य पदार्थों में मिलावट पर जिला अधिकारी संभल मनीष बंसल के सख्त आदेश के बाद भी फूड इंस्पेक्टर कुंभकरण नींद में सोए हुए हैं या फिर डीएम के आदेश की अवहेलना कर हवा में उड़ा रहे हैं होली जितनी नजदीक आती जा रही है। उतना ही गुजिया बनाने के लिए लोगों के मावे की डिमांड बढ़ती जा रही है लेकिन 400 से ₹500 प्रति किलो मावा खरीदने के बाद भी गुजिया बनाने के लिए लोगों को शुद्ध मावा नहीं मिल पा रहा। मजबूरन होकर संभल सराय तरीन में लोगों को केमिकल युक्त मावा खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है।

इधर हलवाई यों का कहना है हमारे यहां यही मावा मिलेगा आपकी इच्छा करे ले जाओ वरना मत लो वह इतना कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं अधिक कहने पर हलवाईओ का कहना है जब दूध ही भरपूर नहीं मिल रहा तो बढ़िया शुद्ध मावा कहां से आएगा हमारी भी मजबूरी है लेकिन सदर संभल सर्किल के फूड इंस्पेक्टर महेश जी का ध्यान इन मिलावट खोर दुकानदारों के तरफ बिल्कुल नहीं है। ना ही, इन मिलावट खोर दुकानदार के मावे व खाद्य पदार्थ के नमूने लिए और ना ही कोई कानूनी कार्रवाई की फूड इंस्पेक्टर से जानकारी करने पर उन्होंने अपना वर्जन देते हुए बताया कि मेरी ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में चल रही है। मैं एक ही काम कर सकता हूं या तो बोर्ड में ड्यूटी भी दे सकता हूं या फिर इन मिलावट खोर दुकानदारों के सैंपल लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकता हूं अब होली की छुट्टी है। सोमवार से इन मिलावटखोरों दुकानदार के मावा व अन्य खाद्य पदार्थ के नमूने लेकर कानूनी कार्रवाई करूंगा।

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