गुरेठा के योगेश जाटव हत्याकांड में पुलिस से मुठभेड़ में गांव के ही नाई को गोली लगी, ममेरा भाई भी गिरफ्तार
उमेश लव लव इंडिया मुरादाबाद। पाकबड़ा थाना क्षेत्र के गुरेठा के योगेश जाटव हत्याकांड में रविवार की रात एसओजी और पुलिस से मुठभेड़ में गांव के ही नाई को गोली लगी और वह लंगड़ा हो गया है पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान एक और बदमाश को गिरफ्तार किया है जो नई कहीं ममेरा भाई बताया जा रहा है।
गांव मौढ़ा तैय्या में कब्रिस्तान वाले रास्ते पर मिला था योगेश जाटव का शव
पाकबड़ा थाना क्षेत्र के गांव मौढ़ा तैय्या में गुरुवार की सुबह कब्रिस्तान को जाने वाले रास्ते पर एक युवक का शव पड़ा हुआ था। इसके सिर और माथे पर चोट के निशान थे और खून बह रहा था। ग्रामीणों ने देखा तो कुछ ही देर में यह बात आसपास के गांव में फैल गई। इसी बीच गांव गुरेठा के उमेश जाटव और उनके परिजन भी मौके पर पहुंचे और लाश को देखकर विलख पड़े। कुछ ही देर में सूचना पर पुलिस भी आ गई पुलिस ने योगेश के शव को पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इसके बाद थाना पुलिस ने उमेश जाटव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। इस तहरीर में कहा है कि गांव के ही शोभाराम और उनके दो बेटे कपिल और गौरव बुधवार की शाम को घर आए थे और उनके भाई योगेश जाटव को बुलाकर ले गए थे। रात में यह तीनों लौट आए लेकिन योगेश नहीं लौटा और जब इसे जानकारी की तो कुछ नहीं बताया।उमेश जाटव ने इन्हीं तीनों पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया है और कहा है कि शव के पास ही योगेश का मोबाइल पड़ा है और उसके सिर और माथे पर चोट के निशान के साथ-साथ खून भी बह रहा है।
रिपोर्ट दर्ज के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए नाम जद आरोपियों के घर पर दबिश दी थी तीनों ही पुलिस को घर पर मिल गए थे। ऐसे में पुलिस को संदेह हुआ और उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद इस मामले की तहकीकात में एसओजी को भी लगाया गया तो योगेश जाटव हत्याकांड की परतें खुलती गई और कई नई पहेलु सामने आए।
इसमें सबसे अहम था कि नामजद किए गए तीनों पिता पुत्र का इस हत्याकांड से कोई मतलब नहीं था जबकि फोन करने के दौरान इन्हीं तीनों के नाम लिए गए थे और यह कहा गया था कि यह तीनों मेरा मर्डर (योगेश जाटव)कर रहे हैं। पुलिस में कॉल डिटेल के बाद हर पहलू की जांच के बाद गांव में ही नई की दुकान करने वाले मनोज (मूल रूप से बदायूं जिले का निवासी) और उसका भाई मंजीत (जो मझोला थाना क्षेत्र में रहता है) का नाम प्रकाश में आया पुलिस ने उनकी तलाश की तो यह फरार मिले। रविवार की रात पुलिस नया मुरादाबाद क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी इसी दौरान दो संदिग्ध युवक नजर आए। पुलिस ने टोका का तो एक में रुकने की बजाय पुलिस पर फायरिंग कर दी जबकि दूसरा भाग निकला इस पर पुलिस ने घेराबंदी करते हुए जवाबी गोली चलाई और फायरिंग करने वाले के पैर में पुलिस का निशान लगा और वह वहीं पर गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने इसको धड़दबोचा पहुंचा। बाद में घेराबंदी करके दूसरे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ करने पर घायल ने अपना नाम मनोज बताया जबकि साथी मनजीत को ममेरा भाई बताया। पुलिस घायल को लेकर तत्काल जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंची। इस बीच पुलिस में मनजीत से पूछताछ की तो उसमें हत्या किए जाने की बात स्वीकार की और हत्या में इस्तेमाल किए गए औजारों को भी बरामद करने की बात कही।
इस संबंध में एसपी देहात ने पत्रकारों को अब तक के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी और बताया कि मनोज नहीं योगेश बनकर डायल 112 को फोन किया था और कहा था कि शोभाराम गौरव और कपिल उसे पीट रहे हैं। मनोज के नामजद किए गए तीनों- पिता पुत्र के एक घर की लड़की से प्रेम प्रसंग था।
