TMU के Media Department के मैनेजर की बेटी की जान लेने की कोशिश, पति, सास-ससुर समेत चार पर मुकदमा

उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी मुरादाबाद के Media Department के मैनेजर प्रोफेसर श्याम सुंदर भाटिया की बेटी की जान लेने की कोशिश की गई। इस संबंध में पति, सास-ससुर से समेत चार पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। घटना के पीछे शादी में 20 लाख रुपए और फार्च्यूनर कार न देना बताया गया है। प्रोफेसर ने बेटी की शादी पिछले ही साल 2 मार्च को की थी।

प्रोफेसर श्याम सुन्दर भाटिया मुरादाबाद महानगर सिविल लाइन थाना अंतर्गत ई0-96 टीडीआई सिटी रामगगा विहार में रहते हैं और टीएमयू मीडिया डिपार्टमेन्ट में मैनेजर हैं। उन्होंने बेटी कनिका भाटिया की शादी ईशान्त साहनी पुत्र योगेश साहनी निवासी बी-2/93 आशियाना, मुरादाबाद के साथ 2 मार्च 2024 को की थी। विवाह में अपनी हैसियत से बढ़कर लगभग 55-60 लाख रूपये खर्च किये थे। इसमें योगेश के पिता, माता, नानी, ननद को सोने की चैन, टप्स आदि दिये थे। ईशान्त को सोने का सिक्का 5 ग्राम का, सोने की चैन व हीरे की अंगूठी दी थी। जेवर, कपड़े के अतिरिक्त घरेलू इस्तेमाल के सामान आदि दिये थे। वैवाहिक कार्यकम की व्यवस्था भी 4 स्टार हटल में क्लार्क-इन में की थी, परन्तु शादी के बाद से ही ईशान्त व उसके पिता योगेश साहनी, माता नूतन साहनी, ननद श्रेया दहेज में दिये गये सामान से सन्तुष्ट नहीं थे, जिस कारण इन लोगों ने शादी के बाद से ही कनिका को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। ईशान्त, इसके माता पिता व बहन, कनिका को बुरा भला कहते थे और कहते कि तेरे पिता ने हमे दहेज में दिया ही क्या, ईशान्त के बहुत अच्छे रिश्ते आ रहे थे, हमारी किस्मत फूटी थी, जो हमने तेरे जैसे घर में शादी की। ईशान्त व इनके परिजन फच्युर्नर गाड़ी व बीस लाख रूपये की नकद मांग कर रहे थे, काफी समय तक कनिका ने हमसे कोई जिक्र नहीं किया और वह स्वंय ही अपने ससुराल वालों के अत्याचार सहती रही।

प्रताड़ित करने के लिये ईशान्त ने कनिका की आपत्तिजनक वीडियो व फोटो बनाये और उनको वायरल करने की धमकी देता। मना करने पर जान से मारने की धमकी देता था। हनीमून पर बाली इन्डोनेशिया यात्रा के दौरान भी ईशान्त का व्यवहार अत्यन्त क्रूर रहा, यहाँ तक की बाली का खर्चा भी प्रार्थी व उसकी बेटी से ही जबरन कराया। आरोप है कि ईशान्त के पिता योगेश साहनी भी पुत्र वधू पर बुरी नजर रखते थे और आते-जाते कनिका को शारीरिक रूप से छेड़ते थे, कनिका ने जब यह बात अपने पति व सास को बतायी तो वह क्रोधित होते हुये बोले कि एक तो तेरे माँ-बाप ने हमने दहेज में फार्च्यूनर गाडी नहीं दी, हम क्या तेरी आरती उतारने को लाये हैं। जैसे हम चाहे तुझे वैसे ही रहना पड़ेगा। कनिका के विरोध से चिढ़कर शादी के दो माह बाद 8 मई को ईशान्त कनिका को पहने कपड़ो में उसके पिता के घर छोड़ गया। यह कहकर गया कि फार्च्यूनर गाडी व बीस लाख रुपये का इन्तजाम हो जाये तो अपनी लडकी को हमारे पास पहुंचा देना।

इस पर प्रोफेसर श्याम सुंदर भाटिया ने समाज के सम्भ्रान्त लोगों को बीच में डालकर कई बार प्रयास किया कि बेटी सुखपूर्वक अपनी ससुराल में रहे, लेकिन कनिका के ससुराल वालों की जिद थी कि यदि बिना बीस लाख रुपये व फार्च्यूनर गाड़ी लिये यदि वापिस आयी तो हम धक्के मारकर निकाल देगें।
इस बीच, 22 अप्रैल 2025 को शाम 7:30 बजे ईशान्त अपने माता पिता के साथ अपनी ससुराल आया और कहने लगा कि उसको कनिका से बात करनी है तौर प्रोफेसर ने ईशान्त को कनिका के कमरे में जाने दिया, थोड़ी देर में अन्दर से कनिका के चीखने की आवाज सुनकर प्रोफेसर और उनकी पत्नी कनिका के कमरे में पहुंचे, तो ईशान्त कनिका का गला दबा रहा था, कि तुझे बीस लाख रूपये फार्च्यूनर कार लाने के लिये भेजा था, तू यहाँ आराम से बैठी है। मैं आज तूझे जान से मार दूंगा। ईशान्त की माँ कहने लगी कि ये मर जायेगी तो हम अपने लडके की दूसरी शादी कर लेगें तो हमे फार्च्यूनर कार व बीस लाख रुपये भी मिल जायेगें। दोनों ने बमुश्किल कनिका को ईशान्त के हाथों से बचाया अन्यथा ईशान्त उसे जान से मार देता।घटना की सूचना पुलिस को दी, तो पुलिस ने कनिका का मेडिकल कराकर लाने को कहा, जिला अस्पताल में कनिका का मेडिकल कराया और पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।