गांव-गांव तक ‘स्वराज्य’ का महामंत्र देने वाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक आखिरी सांस तक संघर्ष करते रहे अंग्रेजों के खिलाफ

‘स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ के उद्घोषक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का भारत राष्ट्र के निर्माताओं में अपना एक विशिष्ट स्थान है। स्वतंत्रता अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाकर ‘स्वराज्य’ का महामंत्र देने वाले तिलक ने ‘केसरी’ के माध्यम से स्वतंत्रता हेतु जनजागरण किया । कारावास भोगते समय ’गीतारहस्य’ लिखकर लोगों को धर्म का मार्ग दिखाया। […]

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