इमाम हुसैन की शहादत की याद में मजलिस और जुलूस

लव इंडिया, मुरादाबाद। इमामबारगाह मोहम्मदीया हॉल आजाद नगर में हर साल की तरह इस साल भी इमाम-ए-मेहदी यूथ मिशन की जानिब से इमाम हुसैन के चेहलुम पर एक मजलिस-ए-अजा का एहतेमाम किया गया। जिसमें मरसिया खुवानी मिशन के सेक्रेटरी वसी अब्बास नकवी और उनके साथियों ने खिताबत की।

मौलाना नाज हैदर साहब ने कहा कि कर्बला में इमाम हुसैन ने इस्लाम और इंसानियत दोनों के लिए शहादत पेश की है। साथ ही उनके जान निसारों ने शहीद होकर दुनिया को दरस दिया कि दोस्त, भाई, रिश्तेदार और साथियों की अहमियत समझनी चाहिए। कर्बला की जंग हक और बातिल के बीच हुई थी। इमाम हुसैन ने कर्बला में शहीद होकर बता दिया कि झूठों के आगे जीत हमेशा सच्चाई की होती है।

बाद ए नमाज जौहर आजाद नगर के सभी आजादारों द्वारा इमामबारगाह मोहम्मदीया हाल से शबिह-ए-रोजा इमाम हुसैन और आलम के मुबारक का जुलूस निकाला गया, जो कोहिनूर तिराहे, सुल्तान हॉस्पिटल, करुला होता हुआ ज़ाहिद नगर से निकलने वाले जुलूस के साथ शामिल होकर कर्बला पहुंचा।

इस दौरान कलाम हसनैन, रागिव अली, जैनुल काजमी, डॉ कायम रजा, इमाम-ए-मेहदी यूथ मिशन के सेक्रेटरी वसी अब्बास, ताहिर, जिया, शबाब, अमीर हुसैन अब्बास, पप्पू भाई, आमिर खान, शकील पाशा, काजिम, कमर अब्बास बाकरी, मखदूम अंसारी, हैदर, काशीफ, नाजिश, अनवर, सलीम, मो अब्बास, राजू, अक्का आदि भारी संख्या में आजादार मौजूद रहे।

इसके अलावा, वसी अब्बास नकवी सेक्रेटरी इमाम-ए-मेहदी यूथ मिशन, जावेद, अनीस हैदर, नाजिश, सलमान बकरी, डॉ कायम राजा, अली वाहिद, इमदाद कलम हसनैन, खुशनुद अनवर, शबाब नकवी, इकबाल हसन, मोहम्मद दानिश, फिरासत हुसैन, मुन्नू, शोएब नकवी आदि लोग मौजूद रहे।