मुरादाबाद जिले में इतिहास संकलन अभियान तेज, डॉ. सुरेश चंद बने समिति के जिलाध्यक्ष
मुरादाबाद। जिले के प्रमाणिक, तथ्यपरक और सर्वांगपूर्ण इतिहास लेखन की आवश्यकता पर जोर देते हुए इतिहास संकलन समिति की बैठक ओम भवन, गांधीनगर में आयोजित की गई। बैठक में मुरादाबाद जनपद की समृद्ध साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक विरासत को व्यवस्थित रूप से संकलित कर संरक्षित किए जाने पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में सर्वसम्मति से केजीके महाविद्यालय के इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेश चंद को इतिहास संकलन समिति का जिलाध्यक्ष घोषित किया गया।
जिले के गौरवशाली अतीत को व्यवस्थित रूप से दर्ज करने की आवश्यकता
समिति के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री संजय मिश्र ने कहा कि जिले के गौरवशाली अतीत, प्रमुख स्थलों, धार्मिक संरचनाओं, शिक्षण संस्थाओं, धर्मशालाओं, कूपों, स्थापत्य, परंपराओं और लोककथाओं का विस्तृत विवरण तैयार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुरादाबाद जनपद के सभी कस्बों, नगरों, गांवों और मुहल्लों का अपना-अपना विशिष्ट इतिहास है, जिसे अभी तक प्रमाणिक रूप से दर्ज नहीं किया जा सका है। इसलिए सामाजिक संरचना, प्रमुख व्यक्तित्व, स्थानीय परंपराएं और सांस्कृतिक धरोहरों का समग्र इतिहास तैयार करना समय की आवश्यकता है।
लोक संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने पर बल
संजय मिश्र ने यह भी कहा कि जिले की लोक संस्कृति, लोकजीवन, रीति-रिवाजों, साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत पर आधारित प्रमाणिक सामग्री इकट्ठा कर उसे भविष्य के लिए संरक्षित किया जाना चाहिए।
इतिहास लेखन के लिए बनेगी शोध टोली
बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि इतिहास लेखन में रुचि रखने वाले शिक्षकों, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं की एक लेखन टोली बनाई जाए, जो पूरे जनपद में सर्वे कर सूचनाएं एकत्र करे। यह टोली स्थानीय बुजुर्गों, इतिहासकारों, संस्थाओं और प्रबंध समितियों से संवाद स्थापित कर मौखिक इतिहास, दस्तावेज और प्रमाणिक सामग्री संकलित करेगी। पुष्टि के बाद इन्हें प्रकाशित किया जाएगा।
बैठक में अनेक जाने-माने शिक्षाविदों की उपस्थिति
बैठक का संचालन समिति के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. मनोज रस्तोगी ने किया।
इस दौरान— बृज मोहन,डॉ. विशेष गुप्ता (पूर्व अध्यक्ष, बाल अधिकार आयोग), वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. अजय अनुपम, डॉ. सुरेश चंद, दुष्यन्त बाबा, धवल दीक्षित,
डॉ. सतीश चाहल, मनदीप चौधरी आदि उपस्थित रहे। अंत में आभार डॉ. मनोज रस्तोगी ने व्यक्त किया।
