युवतियों के वेश में ड्रग्स सप्लाई करने वाला डॉक्टर होमियोपैथी गिरफ्तार
इंदौर। क्राइम ब्रांच ने लसूड़िया थाना क्षेत्र की एक होटल में दबिश देकर एक होम्योपैथी डॉक्टर और होटल के केयर टेकर को ड्रग्स और गांजे के साथ पकड़ा है। आरोपी थर्टी फर्स्ट पर होटल में पार्टी के लिए पहुंचे थे। डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी के अनुसार क्राइम ब्रांच को खबर लगी थी कि तुलसी नगर निपानिया में संचालित होटल मिडलैंड इन से लंबे समय से ड्रग्स की सप्लाय हो रही है।
थर्टी फर्स्ट पर भी ड्रग्स पार्टी होनी है। इसी सूचना पर उक्त होटल के कमरे में दबिश दी गई। मौके से भारत चौरसिया और योगेश लड़ईया निवासी बजरंग नगर को पकड़ा। तलाशी में आरोपियों से 30.71 ग्राम एमडीएमए और 2 किलो 473 ग्राम गांजा जब्त हुआ। मूलतः रीवा जिले का भारत पिछले तीन महीनों से होटल का केयर टेकर है। वह शहर की कई होटलों में काम कर चुका है और नशा करने का आदी है। वहीं, योगेश होमियोपैथी डॉक्टर है और ड्रग्स का नशा करने का आदी है। टीम ने जब कार्रवाई की डॉ. योगेश युवतियों के पकड़े पहने था।
आरोपियों ने बताया कि वह 31 दिसंबर के दिन ग्राहकों को अधिक दामों पर बेचने करने के इरादे से ड्रग्स खरीदकर लए थे। जब्त माल करीब साढ़े पांच लाख रुपए का है। आरोपियों को रिमांड पर लेकर ड्रग्स बेचने और खरीदने वालों के बारे में यानि नेटवर्क के संबंध में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में पता चला कि डॉ. योगेश एक क्लीनिक भी चलाता है। एक पेसेंट से 200 रुपए फीस चार्ज करता है। रोजाना छह से दस के बीच पॅसेट उसके क्लीनिक पर आ जाते हैं। पत्नी के छोड़कर जाने के बाद डिप्रेशन में आ गया।छह माह से ड्रग्स का नशा कर रहा है। नशे में वह मानसिक संतुलन खो देता है और साइको जैसी हरकतें करने लग जाता है। युवतियों के कपड़े पहनकर खुद के साथ ही आपत्तिजनक हरकतें करता है। उसके मोबाइल में जमानेभर के अश्लील वीडियो भी मिले हैं।
लोन लेकर ड्रग्स का धंधा
डीसीपी राजेश कुमार त्रिपाठी के मुताबिक आरोपी ने ड्रग्स को ही उसने कमाई का जरिया बना लिया था। इसके लिए उसने बैंक से पांचल लोन का पर्सनल लोन लेकर ड्रग्स की सप्लाई शुरु कर दी थी। वहीं, सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के वक्त होटल में कुछ युवतियां भी मिली जो कि दिल्ली और गुजरात की थी। युवतियों के होटल में ठहरने की जानकारी भारत ने लसड़िया पुलिस को नहीं दी थी। इन युवतियों को आरोपियों ने देह व्यापार के लिए बुलवाया था। हालांकि अफसर इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।