डॉ. एसटी हसन के स्थान पर क्यों जरूरी थी रुचि वीरा… यह बताने के लिए आ रहे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव
उमेश लव लव इंडिया मुरादाबाद। बाहरी प्रत्याशी बताकर अपनों का ही विरोध झेल नहीं समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में जनसभा करने के लिए रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आ रहे हैं। वह दोपहर 12:30 बजे मुगलपुरा स्थित राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के मैदान में जनसभा को किताब करेंगे
मालूम हो कि इंडिया गठबंधन ने मुरादाबाद लोकसभा की सीट समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी क्योंकि यहां पर समाजवादी पार्टी के ही टिकट पर ही निवर्तमान सांसद डॉ. एसटी हसन जीते थे। यूं तो इस बार मुरादाबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के कांठ के विधायक डॉक्टर कमाल अख्तर और मुरादाबाद देहात के समाजवादी पार्टी के विधायक हाजी नासिर कुरेशी भी टिकट के लिए मैदान में थे लेकिन अंतिम चरण में समाजवादी पार्टी ने निवर्तमान सांसद डॉक्टर एसटी हसन को ही टिकट दिया और उन्होंने अगले दिन नॉमिनेशन कराया तो इसी के बाद यह चर्चा शुरू हो गई कि डॉक्टर हसन का टिकट कट गया है और उनके स्थान पर बिजनौर की पूर्व विधायक व समाजवादी पार्टी की नेत्री रुचि वीरा को टिकट दिया।
और इसी के साथ रुचि वीरा का विरोध शुरू हो गया और यह विरोध किसी और ने नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही शुरू किया यह वह कार्यकर्ता थे जो मौजूदा सांसद डॉक्टर एसटी हसन के समर्थक थे और उन्हीं के लिए काम कर रहे थे इन लोगों ने रुचि वीरा के नामांकन से पहले ही सोशल मीडिया के साथ-सा द अपने-अपने क्षेत्र में भी यह संदेश दे दिया कि अखिलेश यादव ने मुसलमानों की अनदेखी कर हिंदू कार्ड खेल दिया है। इतना ही नहीं, कुछ लोगों ने खुद को समाजवादी पार्टी का बताते हुए रुचि वीरा का पुतला भी फूका और हॉय-हॉय के नारे भी लगाए और दो तू कह दिया कि रुचि वीरा वापस जाओ।
लेकिन रुचि वीरा समाजवादी पार्टी के एक ऐसी नेत्री थी जो पुरुष प्रधान सियासत के रोम रोम से पूरी तरह से वाकिफ है। उन्होंने इसकी कोई परवाह नहीं की और डॉक्टर एसटी हसन को अपना भाई बताते हुए नामांकन भी कराया और जनसंपर्क करते हुए मां काली के मंदिर गई और माता रानी का आशीर्वाद लेने के बाद ऐसे समाजवादियों के दर-दर पहुंची जो क्षेत्र में पहचान रखते हैं लेकिन किसी कारण से नाराज थे।
सुबह से शाम तक गली गली मोहल्ले मोहल्ले में समाजवादी पार्टी के दिग्गज और कार्यकर्ताओं को ढूंढने के साथ-साथ सपा नेत्री रुचि वीरा ने इंडिया गठबंधन के घटक कांग्रेस आम आदमी पार्टी व अन्य दलों के नेताओं से भी संपर्क साधा। अलविदा जुमा की नमाज में भी प्रशासन के रोकने के बावजूद रुचि वीरा गई। किसी आने जाने अपनों को मनाने और घटक दलों के सहयोगियों के साथ बैठकें करने के दौरान रुचि वीरा पर आचार संहिता उल्लंघन के दो मुकदमे भी दर्ज हो गए।
इसके बावजूद इंडिया गठबंधन के समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रुचि वीरा का विरोध कब नहीं हो रहा और एक बार फिर से निवर्तमान सांसद डॉक्टर एसटी हसन मुखालफत में उतर आए हैं क्योंकि अब डॉक्टर हसन ने सोमवार को मुगलपुरा के जीआईसी कॉलेज के मैदान में होने वाली अखिलेश यादव की जनसभा में भी न जाने का ऐलान कर दिया है।
ऐसे में पार्टी सूत्रों की माने तो समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रुचि वीरा की जनसभा में अखिलेश यादव को ऐसी चाणक्य नीति से काम लेना होगा कि सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे। सूत्र बताते हैं कि अखिलेश यादव कल रूठे हुए समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को यह भी बताएंगे कि डॉक्टर एसटी हसन का टिकट क्यों काटा गया और रुचि वीरा इस महत्वपूर्ण सीट के लिए क्यों जरूरी हुई। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह ऐलान मंच से होगा या फिर मुलाकात में वरिष्ठ समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ताओं और रूठे हुए पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बीच…?
इस बीच, सपा महानगर अध्यक्ष पार्षद इकबाल अंसारी ने बताया कि रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हैलीपेड पर प्रमुख कार्यकर्ताओं व पदधिकारियों से मुलाकात करने के बाद सीधे जनसभा स्थल पर पहुंचेंगे। जनसभा दोपहर 12.30 पर रखी गई है। उन्होंने बताया कि सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी बांट दी गई है और सभी को समय से पूर्व गवर्मेंट कालेज पहुंचने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि पब्लिक को लाने के लिए कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जनसभा की सफलया के लिए ञञकार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां बांट दी गई हैं।