टीएमयू को क्वालिटी एजुकेशन में टॉप यूनिवर्सिटी अवार्ड

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लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद को इस बार टॉप यूनिवर्सिटी इन इंडिया फॉर क्वालिटी एजुकेशन अवार्ड से नवाजा गया है। यह प्रतिष्ठित अवार्ड चंडीगढ़ के जेडब्ल्यू मरियट में ऑब्जर्ब नाउ मीडिया ग्रुप और लिंकडेन की ओर से दिया गया है। पैडागोजिकल इन्नोवेशन्स इन एजुकेशन पर हुई एजुकेशन लीडर्स कॉनक्लेव एंड अवार्ड समिट में टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह इस अवार्ड से सम्मानित किए गए हैं। इस समारोह में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और सांसद सुरेश प्रभु की बतौर मुख्य अतिथि गरिमामयी मौजूदगी रही।

Tirthankar Mahaveer University, Moradabad has been awarded the Top University in India for Quality Education Award this time. This prestigious award is presented by Observe Now Media Group and LinkedIn at JW Marriott, Chandigarh. In the Education Leaders Conclave and Award Summit on Pedagogical Innovations in Education, TMU’s VC Prof. Raghuveer Singh has been honored with this award. Former Union Minister and Member of Parliament Suresh Prabhu graced the occasion as the chief guest.

कुलाधिपति सुरेश जैन, जीवीसी मनीष जैन और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन ने कहा, एनईपी-2020 के क्रियान्वयन के प्रति हमारा दृढ़ संकल्प जगजाहिर है। हम शैक्षणिक गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं करते हैं। वैश्विक बदलाव पर हमेशा हमारी पैनी नज़र रहती है। इस उपलब्धि के लिए कुलपति और हमारी अनुभवी फैकल्टीज़ बधाई की पात्र है। समिट में टीएमयू के अलावा देश की दीगर यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों ने भी प्रतिभाग किया। समारोह में 90 प्लस वक्ताओं ने अपना सम्बोधन दिया, जबकि स्कूल एड हायर एजुकेशन से जुडे 300 प्लस डिसीजन मेकर्स की भी मौजूदगी रही।

इंडस्ट्री-यूनिवर्सिटी कनेक्ट विषय पर बोलते हुए प्रो. सिंह ने ट्रिपल हेलिक्स मॉडल सजेस्ट किया, जिसके माध्यम से इसको और प्रगाढ़ किया जा सकता है। इस मॉडल के अनुसार गवर्मेंट, इंडस्ट्रीज़ और यूनिवर्सिटीज़ को साथ-साथ आकर अपना योगदान देना होगा। सरकार उपयुक्त पॉलिसी में बदलाव और इंसेंटिव के जरिए एक बहुत बड़ा सकारात्मक रोल अदा कर सकती है। इसी प्रकार इंडस्ट्री को भी अगर उचित गुणकारी वर्कफोर्स चाहिए तो स्टुडेंट्स की इंटर्नशिप और फैकल्टी इमरज़न प्रोग्राम्स को अपनी स्टेटजी का हिस्सा बनाना होगा।

प्रो. सिंह ने एक कदम आगे जाकर क्वाडुपल हेलिक्स मॉडल का उपयोग करना अधिक उपयोगी बताया। इसमें एनजीओज़, लोकल आर्टिसन्स और टेक्निशियन्स को भी शामिल करना होगा, क्योंकि हर स्टुडेंट्स को एक्चुअल वर्क एक्सपीरियंस प्रदान करना बहुत बड़ा चैलेंज होगा। एजुकेशन को एक्चुअल वर्क एनवायरमेंट से रिलेट करने से स्टुडेंट्स को क्लैरिटी और इम्पोर्टेंस का ज्ञान होता है। जब तक इस विषय को नेशनल पॉलिसी में नहीं लाया जाएगा, तब तक इसमें सुधार की गुंजाइश बहुत कम है। उल्लेखनीय है, यूनिवर्सिटी की झोली पुरस्कारों से लबरेज़ है। टॉप 50 लीडर्स इन हायर एजुकेशन, बेस्ट यूनिवर्सिटी इन आउटकम बेस्ट एजुकेशन इंपलीमेंटेशन इन इंडिया अवार्ड यूनिवर्सिटी को मिल चुका है।

प्रो. सिंह को व्यक्तिगत रूप से 2020 में टॉप 20 एमिनेंट वीसी ऑफ इंडिया, एग्जाम्प्लीरी लीडर्स इन एजुकेशन, 2022 में इंडियाज मोस्ट प्रोमिसिंग वीसी, वीसी ऑफ द ईयर अवार्ड-2022 के संग-संग हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट अवार्ड-2022 भी यूनिवर्सिटी को मिला चुका है। ईलेट्स टेक्नोमीडिया प्राइवेट लि. की ओर से उन्हें ट्रेलब्लेजर लीडर इन हायर एजुकेशन अवार्ड मिला है। इसके अतिरिक्त मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन के इन्नोवेशन सेल की ओर से टीएमयू को आईआईसी में सर्वाेच्च स्टार रेटिंग भी मिली है। कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर को आईसीएआर एक्रीडिएशन कर चुकी है। फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड-एनबीए से एक्रीडिएटीड हो चुका है। यूनिवर्सिटी को नैक की ओर से ए ग्रेड और यूजीसी से 12 बी का स्टेटस भी मिल चुका है।

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