राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका होने पर भी आसान नहीं पत्रकारिता का रास्ता

लव इंडिया, बरेली। मानव सेवा क्लब और भारतीय पत्रकारिता संस्थान के 42 वें वार्षिकोत्सव पर स्व. सुरेन्द्र बहादुर सिन्हा, शांति और रुचि मलिक स्मृति सम्मान समारोह में पत्रकारों का सम्मान किया गया।
रोटरी भवन में हुए कार्यक्रम में लखनऊ से पधारे पूर्व सूचना आयुक्त और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वीरेन्द्र सक्सेना ने कहा कि हालांकि राष्ट्र निर्माण में पत्रकारिता की हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका रही है लेकिन पत्रकारिता करना आसान नहीं है। सोशल मीडिया ने पत्रकारिता को पत्रकारिता नहीं रहने दिया उसका रूप बिगाड़ दिया।

लखनऊ से ही आये भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व सदस्य रहे वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार नवरत्न और लोक मित्र संपादक संतोष भगवन ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की झूठी-सच्ची पत्रकारिता पर कटाक्ष किया। भारतीय पत्रकारिता संस्थान के निदेशक सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने कहा कि पिछले 40 वर्षों से पत्रकारिता का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है अब पत्रकारिता धरातल से नहीं हो रही है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. पवन सक्सेना ने कहा कि पत्रकारिता से लोग बहुत उम्मीद रखते हैं लेकिन पत्रकारिता को को वह क्या दे रहे हैं यह एक प्रश्न है।विविध संवाद के पत्रकारिता विशेषांक का अतिथियों द्वारा विमोचन भी किया गया। पत्रकारिता दिवस की पूर्व संध्या पर हुए कार्यक्रम में “राष्ट्र निर्माण में पत्रकारिता की भूमिका पर” गहन चर्चा हुई। “

27 वां सुरेन्द्र बहादुर सिन्हा पत्रकारिता सम्मान” लखनऊ से पधारे पूर्व सूचना आयुक्त वीरेंद्र सक्सेना को दिया गया। “14 वां शान्ति सिन्हा पत्रकारिता सम्मान” पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रतापगढ़ के संतोष भगवन, लखनऊ के अशोक कुमार नवरत्न और 51 वर्षीय श्रमजीवी पत्रकारिता पर बरेली के निर्भय सक्सेना को दिया गया।
जबकि बरेली की जानी- मानी वरिष्ठ कवयित्री किरन प्रजापति दिलवारी को “रुचि मलिक साहित्य सम्मान” प्रदान किया गया। 15 स्थानीय पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मधु वर्मा द्वारा प्रस्तुत मां शारदे की वंदना से हुआ। अरुण सिन्हा और शकुन सक्सेना ने वन्देमातरम गीत गाया। प्रकाश चंद्र सक्सेना ने आव्हान गीत और सभी का स्वागत सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने किया।

क्लब की गतिविधियों की जानकारी महासचिव प्रदीप माधवार ने दी। सभी का आभार नरेश मलिक और डी- डी. शर्मा ने व्यक्त किया। इन्द्र देव त्रिवेदी, सत्येन्द्र सक्सेना, जितेंद्र सक्सेना,अवनीश यादव,फहीम करार, अभय भटनागर,सत्या शर्मा, मंजू लता, मधुरिमा सक्सेना, रश्मि, अनिला, सत्या शर्मा, प्रियदर्शिनी शर्मा, महेश शर्मा, असित रंजन, रमेश गौतम, सुनील कुमार शर्मा मौजूद रहे।