महिलाओं के सशक्तिकरण को आर्थिक विकास और राजनीतिक भागेदारी जरूरी

लव इंडिया, मुरादाबाद। गोकुलदास हिंदू गर्ल्स महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वितीय इकाई ने महाविद्यालय के दिशा निर्देशन में सात दिवसीय विशेष शिविर का आगाज किया। शिविर का शुभारंभ प्राचार्य द्वारा मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित करके एवं पुष्प गुच्छ अर्पित करके किया गया ।तत्पश्चात स्वयं सेविकाओं ने राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत प्रस्तुत किया एवं गणेश वंदना की प्रस्तुति की ।साथ ही स्वयं सेविकाओं ने योग अभ्यास भी किया ।


इसके बाद स्वयं सेविकाओं ने छोटी-छोटी टोली बनाकर गोद ली बस्ती का पूर्ण सर्वे किया। जिसमें उन्होंने पाया कि भारत में इतना विकास होने के बाद भी मलिन बस्ती के लोगों में पूर्ण जागरूकता नहीं है ।आज भी बस्ती के लोग अशिक्षित हैं ,अपने स्वास्थ्य पर पूर्ण ध्यान नहीं देते, यदि उन्हें कोई शारीरिक या मानसिक परेशानी होती है तो वह डॉक्टर के पास ना जाकर अपने आप या ओझा के पास जाकर दवा लेते हैं। साथ ही सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली लाभान्वित योजनाओं से भी अनजान है। आज भी वहां बच्चों को खासकर के लड़कियों को शिक्षा से दूर रखा जाता है पर्यावरण के प्रति भी वह लोग कम जागरुक है और स्वयं की भी सफाई तथा आसपास की जगह की सफाई के प्रति भी जागरूकता नहीं है। बस्ती में छोटे-छोटे बच्चे परिवार में चलती समस्याओं के कारण पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करने लगते हैं। साथ ही महिलाएं अपने लिए बने कानून से अनभिज्ञ है ।

महाविद्यालय की प्राचार्य ने स्वयं सेविकाओं के साथ मिलकर इन समस्याओं का निवारण करने का बस्ती के लोगों को आश्वासन दिया ।साथ ही कुछ बच्चों की फीस माफ कराने और शिक्षा के से दूर होते हुए बच्चों को स्कूल में एडमिशन कराने के लिए भी प्रयास करने का आश्वासन दिया। शिविर के प्रथम दिवस के दूसरे सत्र “महिला सशक्तिकरण” के रूप में मनाया गया। जिसमें प्राचार्य प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा जी ने स्वयं सेविकाओं एवं बस्ती के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के पांच बिंदु महत्वपूर्ण है जिसमें महिलाओं की आत्मरक्षा की भावना सबसे महत्वपूर्ण है।

कहा कि नारी सशक्तिकरण का सही अर्थ है अपने स्वयं के निर्णय स्वयं ले सके और अधिकारो का पूर्ण ज्ञान हो। हालांकि पुराने समय से आज भारत की महिलाओं की स्थिति मे बहुत अधिक सुधार हो चुका है लेकिन फिर भी महिलाओं को कई तरीके की समस्याओं का सामना करना पड़ता है । महिलाएं आर्थिक रूप से आजाद है ,हर क्षेत्र में सक्रिय है, शिक्षित और जागरूक है, समाज के हर क्षेत्र में निस्वार्थ सेवा भी देती है ,फिर भी उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है आज भी कितनी ऐसी बेटियां है जो रेप का शिकार होती है ,कितनी ऐसी बेटियां हैं, जिन्हें दहेज के लिए हिंसा का शिकार होना पड़ता है, यहां तक कि उन्हें दहेज के लिए जला भी दिया जाता है, कितनी बेटियों के ऊपर तेजाब डाल दिया जाता है। महिला सशक्तिकरण समाज में इन महिलाओं का आर्थिक विकास राजनीतिक भागीदारी और महिलाओं के खिलाफ हिंसा में कमी लाने का प्रयास कर रहा है साथ ही समाज में लैंगिक समानता को भी बढ़ाने का प्रयास कर रहा है और समावेशता को भी बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।


तत्पश्चात मुख्य अतिथि नरगिस एसआइ के नेतृत्व में एंट्री रोमियो की टीम ने स्वयं सेविकाओं को महिलाओं के लिए बने कानून से अवगत कराया ।उन्होंने स्वयंसेविकाओं को बताया की महिलाओं से संबंधित विभिन्न विशेष कानून बने हुए हैं जैसे घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 ,दहेज निषेध अधिनियम 1961, महिलाओं का अभद्र चित्रण निषेध अधिनियम 1986, कार्यस्थल पर महिलाओं का लोन उत्पीड़न अधिनियम 2013 एवं बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 महत्वपूर्ण है।

उन्होंने बताया कि ऐसी बहुत सारी हेल्पलाइन नंबर है जिनके द्वारा हम अपनी कंप्लेंट लिखवा सकते हैं जिसको पूर्ण रूप से गोपनीय रखा जाता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं की मदद के लिए सरकार ने जो नंबर जारी किए हैं उसमें वूमेंस हेल्पलाइन नंबर 1091 या 1090 पूरे देश के लिए है इसके अलावा महिलाएं नेशनल कमिशन फॉर वूमेन एनसीडब्ल्यू में भी अपनी कोई बात रखना चाहे तो 0 111 23219750 पर भी कॉल कर सकती है । इसलिए आप लोग डरे नहीं और अपनी समस्याओं को हम लोगों के बताएं जिससे कि हम आप सभी की समस्याओं का निवारण कर सके।


महाविद्यालय की उपप्राचार्य प्रोफेसर अंजना दास ने भी स्वयं सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा की महिलाएं कितनी भी शिक्षित हो रही है फिर भी आज भी हमारे सामने निर्भया जैसे कांड सा आते हैं । इसके लिए हम लोगो को पूर्ण रूप से उपयोग करना होगा। चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर कविता भटनागर ने भी स्वयं सेविकाओं को शिविर के लिए बधाइयां दी। कार्यक्रम का संचालन और आयोजन कार्यक्रम अधिकारी डॉ शेफाली अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षा विभाग की प्रभारी शिवानी गुप्ता ने भी पूर्ण सहयोग किया शिविर में रिया नमरा नौशीन प्राची नताशा सोनाली सोनम आदि सभी स्वयंसेविकाओं ने प्रतिभाग किया।

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