दलितों पर अत्याचार के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन

लव इंडिया, मुरादाबाद। राष्ट्रीय दलित पिछडा वर्ग भारत ने देश व प्रदेश में लगातार दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस संबध में दिए ज्ञापन में सख्त कार्रवाई कर दलित उत्पीड़न को रोकने की मांग की गई है।

प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ देश व प्रदेश सरकार लगातार सबका साथ सबका विकास जैसे नारों के साथ समाज में समन्वय स्थापित कर देश आगे बढ़ाने की बात कही जा रही है वहीं विगत वर्षों में लगातार दलितों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है जोकि अत्यंत ही निराशाजनक है आज भी जंहा अन्य देश नयी-नयी खोज कर रहे हैं वहीं भारत में छुआ-छूत (अछूत) दलितों को घोड़ी पर बैठकर बारात ना निकालने देना, मूंछें रखने पर गोली मार देना, दलितों की बहन-बेटियों के साथ बलात्कार कर मार देना, जाति पूछ कर काम ना देना, दलित छात्र को विधालय के मटके से पानी न पीने देना, स्वर्ण वर्ग के लोगों के घर के से जुते पहन कर ना निकलने देना, मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए मंदिर में न जाने देना, पुलिस प्रशासन द्वारा दलितों की प्राथमिकी दर्ज ना करनादेश के संविधान रचियता बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा का सिर्फ और सिर्फ दलित विरोधी मानसिकता के लोगों द्वारा न्यायालय के परिसर लगाए जाने का विरोध करना, देश में जगह लगी बाबा सहाब की प्रतिमाओं खण्डित किया जाना, महिला कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन लगाने वाली भारत की पहली महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले जी के जीवन पर बनी फिल्म का विरोध किया जाना जैसी घटनायें चरम पर है दलित उत्पीड़न घटनाओं से विश्व में भारत की छवि को धूमिल किया जा रहा है, पूरे दलित समाज से उक्त घटनाओं को लेकर अत्यंत रोष व्याप्त है।

प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी द्वारा दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि देश में दलितों पर हो उत्पीड़न पर रोक लगाई जाए उत्पीड़न में लिप्त दोषियों के विरुद्ध त्वरित कानूनी कार्यवाही की जाए जिससे दलित समाज का देश व प्रदेश सरकार पर विश्वास बना रहे, महोदय संघठन यह भी अवगत कराता है कि देश में दलितों पर हो रहे अत्याचार पर रोकथाम नहीं की जाती है तो संघठन पूरे देश उग्र आंदोलन एवं दलित विरोधी मानसिकता के खिलाफ सड़कों पर उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी देश व प्रदेश सरकारों की होगी। इस दौरान, राष्ट्रीय दलित पिछड़ा वर्ग भारत के प्रदेश अध्यक्ष राहुल वाल्मीकि, मंडल अध्यक्ष रोहित वाल्मीकि, कार्यालय अध्यक्ष संजीव वाल्मीकि महानगर अध्यक्ष नितिन वाल्मीकि व अन्य कार्यकर्ता बड़ी तादाद में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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