दुनिया को हंसाने वाले comic poet Makhan Moradabadi पंचतत्वों में विलीन हुए, साहित्य जगत में शोक

लव इंडिया, मुरादाबाद । हास्य व्यंग्य के प्रख्यात कवि कारेंद्र देव त्यागी उर्फ मक्खन मुरादाबादी का शनिवार दोपहर डेढ़ बजे अपने आवास पर देहावसान हो गया । वह पिछले लंबे अरसे से अस्वस्थ थे। अपने पीछे वह एक पुत्र और चार पुत्रियों का भरा पूरा परिवार रोता बिलखता छोड़ गए हैं। उनके देहावसान पर अनेक साहित्यकारों और विभिन्न संस्थाओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है।

अविभाजित मुरादाबाद (अब संभल जिला ) में 12 फरवरी 1951 को जन्में मक्खन मुरादाबादी का वास्तविक नाम डॉ. कारेंद्र देव त्यागी था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा ग्रामीण अंचल के विद्यालय में ही हुई। फिर उच्च शिक्षा के लिए मुरादाबाद आए। मुरादाबाद महानगर के कंपनी बाग स्थित आरएन इंटर कॉलेज से 11वीं करने के दौरान ही उनके भीतर कविता का अंकुर फूटा। बाद में उन्होंने हिन्दी में स्नातकोत्तर तथा प्रोफेसर महेन्द्र प्रताप के मार्गदर्शन में पीएचडी भी की।


हास्य व्यंग्य के प्रख्यात कवि कारेंद्र देव त्यागी उर्फ मक्खन मुरादाबादी की अंतिम यात्रा उनके नवीन नगर स्थित आवास से प्रारंभ होकर सीएल गुप्ता आई इंस्टीट्यूट स्थित मोक्ष धाम पहुंची जहां उनके पुत्र प्रत्यक्ष देव त्यागी ने उन्हें मुखाग्नि दी ।

उनकी अंतिम यात्रा में विधान परिषद सदस्य डॉ जयपाल सिंह व्यस्त, डॉ सुशील कुमार रस्तोगी, डॉ प्रदीप शर्मा, डॉ मनोज रस्तोगी, डॉ काव्य सौरभ जैमिनी, डॉ कृष्ण कुमार नाज, जिया जमीर, योगेंद्र वर्मा व्योम, राजीव प्रखर, फक्कड़ मुरादाबादी, राहुल शर्मा, मुशर्रफ अली, धन सिंह धनेंद्र, श्री कृष्ण शुक्ल, धवल दीक्षित, समीर तिवारी, अतुल जैन, डॉ रामानंद बाजपेई, ओंकार सिंह ओंकार, पवन त्यागी, शैलेश त्यागी, आदर्श भटनागर, नकुल त्यागी, डॉ प्रेमवती उपाध्याय, दुष्यंत बाबा, मयंक शर्मा, बाबा संजीव आकांक्षी, उमेश लव, प्रमोद रस्तोगी, सुनील शर्मा समेत अनेक साहित्यकार, समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

जानिए अपने प्रिय हास्य कवि मक्खन मुरादाबादी के बारे में


वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी ने बताया ग्राम ततारपुर रोड, सम्भल में 12 फरवरी 1951 को जन्में मक्खन मुरादाबादी की दो कृतियां ‘कड़वाहट मीठी-सी’ (व्यंग्य कविता-संग्रह) तथा ‘गीतों के भी घर होते हैं’ (अभिनव गीत संग्रह ) प्रकाशित हो चुकी हैं।

अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मंचों पर वर्ष 1971 से सतत् कविता पाठ करते रहे। उनकी कविताओं का दूरदर्शन के अनेक केन्द्रों तथा आकाशवाणी रामपुर से नियमित प्रसारण भी होता रहा।

अनगिनत सम्मान मिले मक्खन मुरादाबादी को


वह युवा प्रतिष्ठान उत्तर प्रदेश द्वारा राष्ट्रीय युवा पुरस्कार, ‘भावना’ साहित्यिक एवं सामाजिक परिषद्, अमरोहा द्वारा ‘भवनाश्री’ सम्मान, आदर्श कला संगम, मुरादाबाद द्वारा प्रो. महेन्द्र प्रताप स्मृति सम्मान, चन्द्रवती फिल्म्स मुम्बई सम्मान, प्रणाम परिवार (भारत) लखनऊ द्वारा स्व. रामसुमेर एवं धर्मा देवी वर्मा स्मृति ‘प्रणाम’ सम्मान, मानस मंच कानपुर द्वारा लाला बालकराम आहूजा स्मृति सम्मान, अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी कला संगम सम्भल द्वारा हिन्दी सेवी सम्मान, विधु चतुर्वेदी सम्मान, चाणक्य चेतना सम्मान, हिन्दी साहित्य संगम मुरादाबाद द्वारा हिन्दी साहित्य गौरव सम्मान, दैनिक जागरण सम्मान, ग़ज़ल अकादमी मुरादाबाद ‘जश्ने-मक्खन मुरादाबादी’ सम्मान, अंतर्राष्ट्रीय कलामंच उ. प्र. (भारत) की ओर से कविवर हुल्लड़ मुरादाबादी सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं।

साहित्यकार कृष्ण कुमार नाज व अन्य

साहित्य का कृष्ण कुमार नाज व अन्य

साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी के साथ जिन्होंने उपलब्ध कराए लव इंडिया के लिए यह अनमोल फोटो

जिला कृषि विकास और सांस्कृतिक प्रदर्शनी के संस्थापक सदस्य भी रहे

हास्य कवि मक्खन मुरादाबादी उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान (एक कार्यकाल), आकाशवाणी रामपुर सलाहकार समिति (तीन कार्यकाल) तथा ज़िला कृषि विकास एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी समिति मुरादाबाद के संस्थापक सदस्य, तरुण शिखा के अध्यक्ष भी रह चुके है। वह हिंदी साहित्य एवं उर्दू अदब की संस्था सवेरा के महामंत्री तथा राष्ट्रीय शिक्षा समिति (उ.प्र.) के संयुक्त निदेशक थे।

साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी के साथ जिन्होंने उपलब्ध कराए लव इंडिया के लिए यह अनमोल फोटो

हास्य कवि मक्खन मुरादाबादी द्वारा लिखित गीतों के भी घर होते हैं और कड़वाहट मीठी सी… पुस्तकों के कवर पेज

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