Gokuldas Hindu Girls College ब्यूटीशियन फैशन कंप्यूटर हेल्थ केयर को भी बनाएं सकते हैं रोजी-रोटी का जरिया
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लव इंडिया, मुरादाबाद। गोकुलदास हिंदू कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की तृतीय इकाई द्वारा चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस पर महाविद्यालय की दिशा निर्देशन में कौशल विकास अभियान चलाया गया। जिसका प्रारंभ प्राचार्य द्वारा मां शारदे की समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ। इसकी पश्चात स्वयं सेविकाओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत गया गया ।साथ ही उन्होंने योगाभ्यास किया। इसके बाद स्वयं सेविकाओं द्वारा छोटी-छोटी टोली बनाकर बस्ती में रह रहे लोगों को को विभिन्न छोटे-छोटे ऐसे व्यवसायों के बारे में बताया जिनमें वह निपुण होती हैं उन्हें वह अपनी आय के लिए कैसे अपना सकते हैं।
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तत्पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा ने स्वयं सेविकाओं और बस्ती के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन योजना के अंतर्गत युवाओं को फैशन डिजाइनिंग ,मोटर वाहन ,कंप्यूटर ,ब्यूटीशियन, हेल्थ केयर आदि में प्रशिक्षित किया जाता है जिसे वह अपनी रोजी-रोटी का हिस्सा बन सकते हैं ।कौशल विकास योजना में यह सभी प्रशिक्षण निशुल्क दिए जाते हैं और उसका प्रमाण पत्र भी दिया जाता है ।साथ ही साथ उन्हें रोजगार का भी अवसर प्रदान किया जाता है। इस प्रशिक्षण को प्रदान करके व्यक्ति के करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद मिलती है।
प्राचार्य ने कहा कि हर व्यक्ति में कोई ना कोई हुनर होता है हम इस हुनर को समझ कर उसे रोजगार के रूप में अपना सकते हैं। आप सभी महिलाएं घर पर पापड़, चिप्स ,अचार आदि बनाते हैं इसी रोजगार के रूप में अपना कर पैसा कमा सकते हैं। साथ ही साथ आप सभी सिलाई ,कढ़ाई आदि में भी निपुण होते हैं इन सबको भी आय साधन बना सकते हैं। कौशल विकास बेरोजगारी और अल्प रोजगार को कम कर सकता है, उत्पादकता बढ़ा सकता है, और जीवन स्तर में सुधार ला सकता है। महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र भी है जिनका उद्देश्य जरूरतमंद लड़कियों और महिलाओं को रोजगार संबंधित कौशल हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करता है। निशुल्क प्रशिक्षण सुविधा प्रदान करता है सभी सुविधाओं के साथ एक बड़ा कौशल प्रशिक्षण बुनियादी ढांचा विकसित करता है। साथ ही साथ महिलाओं और लड़कियों को उनकी रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने में के लिए एक मंच भी प्रदान करता है एक बड़ी संख्या में लड़कियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाता है। आज हमारी स्वयंसेवी कौन है आपको कुछ ऐसे कार्यों को सीखाने का प्रयास किया है जिन्हें बहुत कम पैसों में व्यवसाय के रूप में अपनाया जा सकता है।
इसके बाद डॉक्टर हिमानी अग्रवाल ने स्वयं सेविकाओं और बस्ती के लोगों को केक, बिस्कुट और चॉकलेट बनाने का प्रशिक्षण दिया। साथ ही बताया कि जहां ओवन की सुविधा नहीं है वह सब कुकर के द्वारा भी इन चीजों को किस तरह बना सकते हैं। सपना अग्रवाल ने भी बस्ती के लोगों को घर में बेकार चीजों के द्वारा किस तरह से रंगोली, फोटो फ्रेम, पेन होल्डर एवम किरिंग आदि बनाना सिखाए। सोनम गुप्ता ने भी स्वयं सेविकाओ को सिलाई की बेसिक शिक्षा प्रशिक्षण दिया।
महाविद्यालय की उपप्राचार्य प्रोफेसर अंजना दास ने स्वयं सेविकाओं को बधाइयां दी और कहा कि हम अपने अंदर छिपे कौशल को ही अपने आय का साधन बन सकते हैं ।और जो महिलाएं घर के बाहर नहीं जा सकती वह घर पर बैठे ही इन कामों को व्यवसाय के रूप में कर सकती हैं।
शिविर के दूसरे सत्र में उषा सिलाई मशीन से आए ने ने स्वयं सेविकाओं और बस्ती के लोगों को इलेक्ट्रिक मशीन के द्वारा एंब्रॉयडरी का प्रशिक्षण दिया।
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मुख्य अनुशासिका प्रोफेसर कविता भटनागर ने सभी को बधाइयां दी। शिविर में महाविद्यालय की पूर्व छात्र निशाखानन के द्वारा बस्ती के लोगों को शिक्षा से संबंधित कॉपी पेंसिल लंच बॉक्स इत्यादि वितरित किए गए। साथी इनर फुल क्लब की ओर से भी बस्ती के लोगों को सामान वितरित किया गया। शिव के तीसरे सत्र में नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें नुसरा नौशीन मेहविश कृष्णा आदि स्वयंसेवी कॉलोनी हिस्सा लिया।कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर शेफाली अग्रवाल द्वारा किया। शारीरिक शिक्षा विभाग की प्रभारी सूची शिवानी गुप्ता ने पूर्ण सहयोग दिया। बुशरा प्राची सोनम सोनाली नताशा नमरा नौशीन आदि स्वय सेविकाओं ने शिविर में सक्रिय योगदान दिया।