हिंदुओं की उदारता का फायदा उठा रहा विपक्ष और रामजी लाल सुमन जैसे नेता: मनीष कुमार सिंह

लव इंडिया मुरादाबाद। 30 मार्च को मुरादाबाद विकास खंड सभागार में ब्लॉक प्रमुख मुरादाबाद सदर मनीष कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा क्षत्रियों और सनातनियों के गौरव वीर शिरोमणि राणा सांगा को देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद में गद्दार कहा जाना तथा समस्त क्षत्रिय समाज व सनातनियों को गद्दारों की औलाद कहकर अपमानित किया जाना घोर निंदनीय कृत्य है। इस बयान को कोई भी राजपूत कोई भी हिंदू और कोई भी सनातनी स्वीकार नहीं कर सकता। इस बयान की जितनी निंदा की जाए वह कम है। राणा सांगा एक उदार राजा थे, तब भी इसका फायदा उठाया गया। आज भी हिंदुओं की उदारता का फायदा उठाया जा रहा है।

ब्लॉक प्रमुख मनीष कुमार पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे उन्होंने पूरे प्रकरण की निंदा करते हुए कहा कि मालवा के मुजफ्फर शाह को हराकर छोड़ दिया, महमूद खिलजी को बंदी बनाकर रिहा कर दिया, इब्राहिम लोदी के बेटों को कैद कर फिर छोड़ दिया। बयाना में जीत के बाद बाबर का पीछा नहीं किया। राणा सांगा केवल एक नाम नहीं बल्कि यह पर्याय है, साहस, तेज ,वीरता व धीरता का, राष्ट्रभक्ति और सनातन भारत की जन भावनाओं का… राणा सांगा: पराक्रम का जीवंत प्रमाण। एक हाथ खोया , एक आंख गंवाई, शरीर पर 80 घाव सहे,फिर भी रणभूमि पर डटे रहे..। राणा सांगा कोई नाम नहीं बल्कि शौर्य और संकल्प की परिभाषा है उनका जीवन हमें सिखाता है कि विपत्तियों के सामने झुकना नहीं बल्कि उनसे लड़कर इतिहास रचना है।

ब्लॉक प्रमुख मनीष कुमार ने कहा कि राणा सांगा जी के संघर्षों को समझ पाना रामजीलाल सुमन की सोच से परे है , वोट की राजनीति के लिए राणा सांगा जैसे महान योद्धा पर अनुचित टिप्पणी करना उनकी बचकानी हरकत को दर्शाता है। आश्चर्य की बात है कि सांसद रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा पर विवादित और अमर्यादित बयान देने के बाद फिर से बयान दिया कि मैं मरते मर जाऊंगा लेकिन मैं अपनी बात वापस नहीं लूंगा जब तक जीवित रहूंगा तब तक मैं इस बात को वापस नहीं लूंगा यह इस बात को दर्शाता है कि सांसद सुमन ने जो कुछ कहा था वह सोच समझ कर कहा था और अपने मुखिया के कहने पर कहा था।

ब्लॉक प्रमुख मनीष कुमार ने कहा कि समाजवादी पार्टी का पुराना इतिहास रहा है कि उनके नेता और उनके सांसद हमेशा से राष्ट्र भक्तों और वीर शिरोमणियों के लिए विवादित टिप्पणियां करते रहे हैं। भारत के इतिहास की समीक्षा करने वाले जब कभी भी समीक्षा करेंगे तो कभी भी बाबर और राणा सांगा दोनों की तुलना करके एक पलड़े में नहीं रख पाएंगे राणा सांगा ने लोगों में स्वतंत्रता की अलख जलाई थी। उन्होंने भारत को तो गुलाम होने से बचाया ही था साथ ही भारत की संस्कृति को सनातन बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान दिया था कुछ तुच्छ बुद्धि और छोटे दिलवाले लोग इस तरह की बातें करते हैं लेकिन इन चर्चाओं की कोई गुंजाइश नहीं है।

ब्लॉक प्रमुख मनीष कुमार ने कहा कि समाजवादी सांसद को इतिहास की कोई जानकारी नहीं है। राणा सांगा ने मेवाड़ और राजस्थान के लिए बहुत कुछ किया है। विपक्ष बिना किसी रिसर्च और जानकारी के महाराणा प्रताप और राणा साहब के खिलाफ ऐसे बयान देता है। उन्होंने मातृभूमि के लिए इतने युद्ध लड़े हैं। ऐसे व्यक्तित्व के लिए ऐसे अनुचित टिप्पणी करना उचित नहीं है। यह एक फैशन बन गया है चाहे कांग्रेस हो समाजवादी पार्टी हो या विपक्ष में कोई और यह सब खुद को खबरों में बनाए रखने या लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए है। जिस तरह से देश के महापुरुषों का अपमान किया जा रहा है ऐसा लग रहा है कि वह मानसिक रूप से स्थिर हो गए हैं वे देश के इतिहास को गलत बता रहे हैं इन आक्रमणकारियों को जिन्होंने धर्मांतरण किया और मंदिरों को नष्ट किया अब उनका महिमा मंडन किया जा रहा है।

ब्लॉक प्रमुख मनीष कुमार ने कहा कि रामजीलाल सुमन ने जो संसद में कहा था अगर उन्होंने महसूस कर लिया होता कि गलती से कर दिया या आवेश में उनके मुंह से निकल गया और उन्होंने सदन के भीतर या बाहर यह सफाई दी होती कि मैं ऐसा नहीं कहना चाहता था और कह दिया होता कि मैं बयान के लिए शर्मिंदगी महसूस करता हूं तो यह मामला खत्म हो जाता। हैरत की बात है कि सांसद का बयान आता है कि मैं मरते-मरते मर जाऊंगा लेकिन अपनी बात वापस नहीं लूंगा जब तक जीवित रहूंगा तब तक मैं इस बात को वापस नहीं लूंगा यह बताता है कि जो कुछ उन्होंने कहा था सोच समझकर कहा था। पूरे होश में कहा था नियोजित तरीके से कहा गया था।

error: Content is protected !!