Moradabad Parents of All School ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ सौंपा ज्ञापन

लव इंडिया, मुरादाबाद। Moradabad Parents of All School ने ज़िला शुल्क नियामक समिति की बैठक से पहले निजी स्कूलों की मनमानी के ख़िलाफ़ जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में सत्र 2025-2026 के लिए पुस्तकें एवं पाठ्यक्रम में कोई बदलाव करने, फीस बढ़ोतरी पर रोक, केवल चुनिंदा पुस्तक विक्रेता पर ही किताबें उपलब्ध न हो और जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक शीघ्र आहुत किए जाने की मांग की गई है।

 


मालूम हो कि Moradabad Parents of All School अब तक इस संबंध में जिलाधिकारी को तीन बार (10-12-2024, 23-01-2025 एवं 25-02-2025 व मंडलायुक्त, मंडल मुरादाबाद को 07-11-2024 को अवगत करा चुकी है।
मुरादाबाद मुरादाबाद पेरेंट्स ऑफ़ आल स्कूल के अध्यक्ष-अनुज गुप्ता एडवोकेट और सचिव-अंकित अग्रवाल एडवोकेट ने बताया कि आने वाले सत्र 2025-2026 को लेकर आज ज्ञापन दिया है। इसमें .सत्र 2025-2026 के लिए स्कूलों द्वारा फीस बढ़ोतरी पर रोक लगायी जाये क्योंकि स्कूलों द्वारा सत्र 2022-23 में 12 प्रतिशत, 2023-24 में भी 12 प्रतिशत की दर से फीस बढ़ोतरी की गयी एवं सत्र 2024-25 में भी लगभग 11प्रतिशत की बढ़ोतरी की गयी है इस प्रकार कुल 38% की बढ़ोतरी तीन सालो में हो चुकी है |
सत्र 2025-2026 के लिए कक्षा नर्सरी से 8 तक की पुस्तकों में कोई बदलाव न हो |
इसके साथ ही, सत्र 2025-2026 के लिए कक्षा नर्सरी से 8 तक की पढाई NCERT की पुस्तकों से करवायी जाये | सत्र 2025-2026 के लिए कक्षा 9 से कक्षा 12 तक केवल NCERT पुस्तको से ही स्कूलों में पढाई करायी जाये और जो पुस्तके NCERT के द्वारा नहीं छापी जाती है केवल वही विषय की साइड बुक्स स्कूलों द्वारा लगायी जाये | सत्र 2025-26 में स्कूलों द्वारा जो पुस्तके लगायी जाये है वो किसी चुंनिंदा पुस्तक विक्रेता के स्टोर पर ही न मिले | स्कूलों द्वारा केवल तिमाही फीस जमा करने का विकल्प दिया जाता है जबकि मासिक/तिमाही जमा करने का विकल्प का प्रावधन है।

बताया कि मुरादाबाद के कई स्कूलों द्वारा अपनी बुक लिस्ट में केवल दिखाने के लिए NCERT बुक्स का नाम लिखा जाता है जब उनके तय किये दुकानदार पर अभिभावक जाते है तो दुकानदार NCERT किताबे न देकर केवल प्राइवेट पब्लिशर की किताबे देते है औए यह कहते है की स्कूल में NCERT से पढाई नहीं होगी | यह है कि समस्त विधालय शेक्षिक सत्र शुरू होने से 60 दिन पूर्व शुल्क विवरण अपनी वेबसाइट पर अपलोड करना होता है परन्तु अभी तक किसी भी विधालय के द्वारा शुल्क की जानकारी अपलोड नहीं की गयी है यह भी उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित स्वतंत्र विधालय (शुल्क विनियम) अधिनियम 2018 का उल्लंघन है |
अभिभावकों द्वारा लगातार इस बात की सूचना दी जा रही है कि स्कूलों द्वारा जो किताबे लगायी जा रही है वह उनके द्वारा तय किये गए दुकानदारों पर ही उपलब्ध होती है अन्य किसी दुकान पर या खुले बाज़ार मे कही भी उपलब्ध नहीं होती है।


आपकी जानकारी के लिए कुछ स्कूल व किताब विक्रताओ के नाम नीचे अंकित कर रहे है :-
Spring Field- Indian Book depot, Gandhi Nagar
KCM school- Aisa book house.
St miras academy, kashiram nagar- shyam book depot, kashiram nagar
St miras academy, Mansarover- shyam book depot, kashiram nagar
Gandhi Nagar public school- Indian Book depot, Gandhi Nagar
Krypton Public School- Indian Book depot, Gandhi Nagar
Golden Gate Global School- Ramesh Book depot/indian book pili kothi.
Neo Dales play school- Asia book house
PMS – Indian Books house/ Ramesh book Depot
Shirdi Sai Public School- Indian book house/ Ramesh book Depot
S S children- Hans books and stationers.
Rani Pritam Public school- mahajan book depot, pili kothi civil lines near rani pritam school.
Bonne Anne public school- Indian book house, Harpal Nagar.
St Marys Nur to 5 – Asia books house
St marys class 6-12 – Indian book house/ Ramesh book Depot
KCM school- Aisa book house.
CLG world school- Indian book house/ Ramesh book Depot
RSD school- Asia book house.
RRK public school- Asia book house
VKS public school- Indian book house/ Ramesh book Depot
RRK public school- student book house near RRK schooluse
Summer Valley school- Asia book depot
Wilsonia school and college-
St Pauls –
Modern public school-


किसी भी स्कूल द्वारा सीधे किसी दुकानदार का नाम नहीं बोला जाता है परन्तु जो बुक लिस्ट स्कूल द्वारा दी जाती है वह उन्ही के तह किये दुकानदार पर मिलती है, दुकानदार और स्कूल की मिलीभगत से ही यह तय किया जाता है कि किस पब्लिशर की बुक लगनी है और किस राइटर की फिर वो किताबो उन्ही दुकानदार पर ही मिलती है। यह कृत्य उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित स्वतन्त्र विधालय (शुल्क विनियम ) अधिनियम 2018 के विपरीत है।

पूर्व में हमारे दिये गए पत्रों पर जिलाधिकारी मुरादाबाद के निर्देश पर जिला विधालय निरीक्षक द्वारा कई जांच समितियाँ गठित की गयी थी जिसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से भी प्राप्त हुई थी , जांच में सभी स्कूल दोषी पाए गए थे परन्तु किसी भी स्कूल पर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई है | महोदय आपको यह भी बताना अति आवश्यक है कि उन सभी जांचो का संज्ञान माननीय मंडलायुक्त महोदय द्वारा लिया गया था और बाद में मंडलायुक्त महोदय ने तरफ से भी जांच करवायी थी जिसमे उन्होंने माना था की जिला विधालय निरीक्षक ने अपने कर्तव्यो का निर्वाहान नहीं किया और फिर जिला विधालय निरीक्षक के खिलाफ शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी थी | पूर्व में आपको दिये गए पत्र दिनांक 06-10-2023 एवं दिनांक 02-11-2023 में भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।


बताया कि जिलाधिकारी मुरादाबाद की अध्यक्षता में माह फ़रवरी 2024 में जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक आहुत की गयी थी जिसमे सर्व सहमति से यह निर्णय लिया गया था की जिन विषयों में एन०सी०ई०आर०टी० की पाठ्य पुस्तकें हैं उन विषयों का शिक्षण कार्य एन०सी०ई०आर०टी० की पाठ्य पुस्तकों से कराया जायेगा और जिन विषयों में एन०सी०ई०आर०टी० की पुस्तकें नहीं है, उन विषयों का शिक्षण कार्य निजी प्रकाशकों की पुस्तकों से कतिपय प्रतिबन्धों के साथ कराया जा सकता है। विद्यालयों द्वारा तय किये गये दुकानों पर ही उपलब्ध पुस्तकों को विद्यालय में अध्ययन/अध्यापन हेतु कदापि नहीं लगाई जायेंगी और न ही उन्हें किसी विशेष पुस्तक विक्रेता की दुकान से क्रय करने हेतु विद्यार्थियों/अभिभावकों को प्रेरित अथवा बाध्य किया जायेगा। इसी तरह से किसी भी छात्र /अभिभावक को ड्रेस, जूता, मोजा आदि भी किसी दुकान विशेष से खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया जायेगा। सभी स्ववित्तपोषित स्वंतत्र विद्यालयों के प्रधानाचार्य/संचालक पाठ्यक्रम में तब तक कोई परिवर्तन नहीं करेंगें जब तक सम्बन्धित शिक्षा बोर्ड द्वारा पाठ्यक्रम में परिवर्तन न कर दिया जाये। सभी स्ववित्तपोषित स्वतंत्र विद्यालयों के प्रधानाचार्य/संचालक शैक्षिक सत्र 2024-25 में विद्यालय पोशाक में कोई परिवर्तन नहीं करेगें। सभी स्ववित्तपोषित स्वंतंत्र विद्यालय के प्रधानाचार्य/संचालक शुल्क जमा करने हेतु मासिक / तिमाही शुल्क जमा करने का विकल्प अभिभावक/विद्यार्थी को देंगे। (छायाप्रति संग्लन है ), इस आदेश के बाद एक बैठक अप्रैल 2024 में आहुत की गयी जिसमे उपरोक्त कई निर्णय पलट दिये गए और इसकी जानकारी न मीडिया को दी गयी और न ही अभिभावकों को।


यह है कि हमारे द्वारा सत्र 2024-25 में दिनांक 25-04-2024 एवं 03-07-2024 को आपको पत्र के माध्यम से अवगत करवाया था की स्कूलों द्वारा शासन , प्रशासन के आदेशो का उल्लंघन किया गया है परन्तु in पत्रों पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है | यह है कि हमारे द्वारा ADM CITY को भी सत्र 2024-25 के लिए दिनांक 30-04-2024 को पत्र के माध्यम से अवगत करवाया था की स्कूलों द्वारा शासन , प्रशासन के आदेशो का उल्लंघन किया गया है परन्तु in पत्रों पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है | यह भी निवेदन है कि हमारा संगठन मुरादाबाद पेरेंट्स ऑफ़ आल स्कूल जो की अभिभावकों के हितो को लेकर प्रमुखता से माननीय उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय में आवाज उठा रहा है इसीलिए आपसे प्रार्थना है कि जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक हो उसमें हमारे संगठन के सदस्यों को भी शामिल करवाने के निर्देश अधिनिस्त अधिकारियो को देने का कष्ट करे आपकी अति कृपा होगी |

ज्ञापन में बिन्दुओ पर विचार करते हुए मुरादाबाद के अभिभावकों को राहत और जल्द ही जिला शुल्क नियामक बैठक बुलाने के आदेश और समस्त मांगों को जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक में सम्मलित कराने की मांग की गई है। इस मौके अनुज गुप्ता एडवोकेट, अंकित अग्रवाल एडवोकेट, आकाश रस्तोगी आदि मौजूद रहे ।

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