
राजस्थान के अलवर के खैरथल-तिजारा जिले के किशन गढ़ बास में नीले ड्रम में मिले शव ने एक बार फिर पूरे देश में सनसनी फैला दी है। क्योंकि इस हत्याकांड ने मेरठ के कुख्यात ‘मुस्कान कांड’ की यादें ताजा कर दी है।
जी हां, अब अलवर के खैरथल-तिजारा जिले के किशन गढ़ बास में हंसराम उर्फ सूरज की हत्या, उसका शव नीले ड्रम में छिपाना और नमक डालकर गलाने की कोशिश करने का मामला सामने आया है।
असल में यह कहानी किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं है। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी लक्ष्मी उर्फ सुनीता और मकान मालिक के बेटे जितेंद्र को हिरासत में लिया है।
और यहां भी मृतक की पत्नी लक्ष्मी उर्फ सुनीता सोशल मीडिया पर वायरल एक रील में गाना गा रही है कि ‘मेरा पति मेरा देवता है…’ लेकिन पति की हत्या के बाद मकान मालिक के बेटे के साथ पकड़ी गई है।
फिलहाल, अब इस मिस्ट्री की परतें खुलने लगी हैं
पति हंसराम के साथ पत्नी लक्ष्मी उर्फ सुनीता.
अलवर में नीले ड्रम में मिले शव के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने मौके से फरार मृतक की पत्नी, मकान मालिक के बेटे और एक अन्य महिला को हिरासत में ले लिया है। मृतक हंसराज की पत्नी लक्ष्मी, मकान मालिक के बेटे जितेंद्र और एक अन्य महिला सुनीता को रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अलावड़ा स्थित एक ईंट-भट्टे से पकड़ा गया, जहां वे मजदूरी करने पहुंचे थे। उनके साथ तीन बच्चे भी मिले हैं।