मुरादाबाद के मोहित पाल की सुनहरी सफलता- खेलो इंडिया में जीता गोल्ड

लव इंडिया मुरादाबाद। मुरादाबाद के होनहार निशानेबाज मोहित पाल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मेहनत, संघर्ष और सपने मिलकर क्या कर सकते हैं। जयपुर में 24 नवंबर से 2 दिसंबर 2025 तक आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में मोहित ने 50 मीटर शूटिंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर न सिर्फ जिले बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का मान बढ़ाया है।

सफलता की शुरुआत

मोहित पाल की शूटिंग यात्रा 2014 में शुरू हुई थी। एक साधारण परिवार से आने वाले मोहित के पास न तो बड़े संसाधन थे और न ही महंगे उपकरण। लेकिन उनके अंदर जुनून था—कुछ कर दिखाने का।
वे अक्सर कहते हैं—
“मेहनत अगर सच्ची हो तो साधारण लड़का भी असाधारण बन सकता है।”

लगातार शानदार प्रदर्शन

2024 के ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में सिल्वर मेडल

2025 के खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड मेडल

अब तक 9 बार नेशनल लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व

हर टूर्नामेंट के साथ मोहित ने अपने खेल को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया है।

LPU से खेलते हुए चमका सितारा

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) की तरफ से खेलते हुए मोहित ने अपने चुस्त निशाने और मजबूत मानसिक एकाग्रता से सभी को प्रभावित किया। उनके कोच का मानना है कि
“मोहित एक ऐसा खिलाड़ी है जो दबाव में और भी बेहतर खेलता है।’’

अब लक्ष्य — भारतीय टीम और ओलंपिक मेडल

मोहित इस समय भारतीय टीम के ट्रायल्स दे रहे हैं। उनका अगला सपना—
✔ भारतीय टीम में जगह बनाना
✔ भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीतना

वे दिन में घंटों अभ्यास करते हैं और कहते हैं—
“जब तक ओलंपिक में तिरंगा नहीं लहराऊँगा, चैन नहीं मिलेगा।”

परिवार का गर्व

मोहित के पिता हरि सिंह पाल, जो मुरादाबाद में रेलवे विभाग में कार्यरत हैं, अपने बेटे की सफलता पर बेहद गर्व महसूस करते हैं। आर्थिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने कभी मोहित के सपनों को टूटने नहीं दिया। आज जब लोग उनके घर पहुँचकर बधाइयाँ दे रहे हैं, पिता की आँखों में गर्व और भावनाओं का मिश्रण साफ झलकता है।

मुरादाबाद में जश्न का माहौल

जैसे ही गोल्ड मेडल की खबर शहर पहुँची, शूटिंग रेंज में खुशी की लहर दौड़ गई। साथी खिलाड़ी और कोच मोहित की तारीफ करते नहीं थक रहे। परिवार, रिश्तेदार, मोहल्ले के लोग सब मोहित के घर पहुँचकर बधाइयाँ दे रहे हैं मुरादाबाद के लोगों का मानना है कि “मोहित जैसा लड़का युवाओं के लिए प्रेरणा है।’’

मोहित पाल की यह सफलता सिर्फ एक खिलाड़ी की जीत नहीं, बल्कि उन हजारों युवाओं के लिए संदेश है जो बड़े सपने देखते हैं। मेहनत, अनुशासन और परिवार का साथ—अगर ये तीन चीज़ें हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।

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