पांचवा चरण : 692 उम्मीदवारो की राजनीतिक तकदीर का फैसला करेगे करीब 2.24 करोड़ मतदाता
राकेश पाण्डेय
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए शाम छह बजे प्रचार समाप्त हो गया है।
जानकारी के अनुसार, इस चरण में 692 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनकी राजनीतिक तकदीर का फैसला करीब 2.24 करोड़ मतदाता करेंगे। मतदान रविवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा। पांचवें चरण में आने वाले जिलों में सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती एवं गोंडा जिले के अलावा अमेठी और रायबरेली जिला भी शामिल है, जिन्हें कांग्रेस का गढ़ माना जाता था।
बता दें कि है कि पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जिले कौशांबी के सिराथू विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं जिनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है।
अमित शाह और अखिलेश की सभाये भी हो गयी
पल्लवी पटेल की बहन और केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल मौर्य के पक्ष में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं जबकि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव की पत् नी डिंपल यादव और सपा सांसद एवं मशहूर अभिनेत्री जया बच्चन भी पल्लवी पटेल का प्रचार करने सिराथ पहुंची थीं।गृह मंत्री अमित शाह ने भी शुक्रवार को मौर्य समेत कई बीजेपी उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए सपा पर जमकर प्रहार किया।
धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में होना है मतदान
पांचवें चरण में अयोध्या से लेकर प्रयागराज और चित्रकूट जैसे धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मतदान होना है। अमेठी की पूर्व रियासत के मुखिया संजय सिंह अमेठी में इस बार बीजेपी से उम्मीदवार हैं जबकि राज्य के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ जिले की पट्टी, खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रयागराज जिले की पश्चिम विधानसभा सीट, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इसी जिले की दक्षिण सीट, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री गोंडा जिले की मनकापुर सुरक्षित और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट विधानसभा सीट से किस्मत आजमा रहे हैं।
राजा भैया भी दमदारी से लड़ रहे इस बार चुनाव
वर्ष 1993 से ही प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से चुनाव जीत रहे रघुराज प्रताप सिंह इस बार अपनी जनसत्ता पार्टी के टिकट पर परंपरागत सीट पर चुनाव मैदान में हैं। प्रतापगढ़ जिले में ही अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल समाजवादी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में बीजेपी को टक्कर दे रही हैं। कृष्णा पटेल नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां हैं।विधानसभा में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा उर्फ मोना भी प्रतापगढ़ जिले की अपनी परंपरागत रामपुर खास सीट से किस्मत आजमा रही हैं।
अब तक 231 सीटों पर हो चुका है मतदान
चौथे चरण का मतदान पूरा होने के बाद राज्य की 403 विधानसभा सीटों में अब तक 231 पर मतदान हो चुका है। अंतिम तीन चरणों में 27 फरवरी, तीन मार्च और सात मार्च को मतदान होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांचवें चरण के उन निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार किया जहां मतदाता 27 फरवरी को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव, बीएसपी सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सत्तारूढ़ बीजेपी को चुनौती देने के लिए व्यापक रूप से अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया।
गांधी परिवार के गढ़ में भी होनी है वोटिंग
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के मतदाताओं के लिए एक रैली को संबोधित किया था जो उत्तर प्रदेश में चल रहे चुनावों में उनकी पहली रैली थी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने लंबे समय तक गांधी परिवार के गढ़ रहे अमेठी में एक संयुक्त रैली को संबोधित किया, जिसपर बीजेपी ने 2017 के विधानसभा चुनावों के साथ-साथ 2019 के आम चुनाव में जीत हासिल की थी।
मोदी की हुई कई रैलिया राम मंदिर भी बना बडा हथियार
बीजेपी की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेठी, प्रयागराज, कौशांबी और बहराइच में कई रैलियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने मुख्य रूप से वोट बैंक की राजनीति और परिवारवाद के मुद्दों पर विरोधियों पर हमला किया।
निष्पक्ष व शांति पूर्ण मतदान के लिए आयोग हर हद पार करने को तैयार: अजय शुक्ला
इस चरण में अयोध्या और प्रयागराज समेत कुल 12 जिलों की 61 सीटों पर कल यानी 27 फरवरी को मतदान होगा। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पांचवें चरण के चुनाव के लिए शुक्रवार शाम छह बजे के बाद से प्रचार पर प्रभावी रूप से रोक लग गई है।चुनाव आयोग ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि यह रोक पांचवें चरण का मतदान समाप्त होने अर्थात 48 घंटे तक प्रभावी रहेगी। उन्होंने बताया कि पांचवें चरण के मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है और 27 फरवरी को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी तरीके से मतदान सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
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