15 दिन बाद ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया लाखों रुपए की लागत से बना नाला

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बिजनौर। विकासखंड मोहम्मदपुर देवमल के ग्राम धोकलपुर में 15 वे वित्त आयोग टाइड योजना के अंतर्गत वर्ष 2022- 23 में मास्टर रमेश के मकान से सुप्रसिद्ध सिद्ध पीठ भीमसेन देवस्थल के तालाब तक बना लगभग उन्नीस लाख रुपए की लागत से बना नवनिर्मित नाला बनने के लगभग 15 दिन बाद ही ध्वस्त हो गया है।

Bijnor. Under the 15th Finance Commission Tide scheme in village Dhokalpur of development block Mohammadpur Devmal, in the year 2022-23, about 15 days after the construction of a newly constructed drain built at a cost of about nineteen lakh rupees from the house of Master Ramesh to the pond of the famous Siddha Peeth Bhimsen Devsthal. has just been destroyed.

ग्रामीणों की मनसा अधूरी की अधूरी रह गई

क्षेत्र के ग्राम गुज्जरपुरा जसपाल निवासी जिला पंचायत सदस्य श्रीमती संयोगिता पत्नी श्री करण पाल सिंह के प्रस्ताव पर बनेउन्नीस लाख रुपए के इस नाले के निर्माण में भ्रष्टाचारऔर कमीशन खोरी के चलते निर्माण के लगभग 15 दिन मे ही एक मामूली सी वर्षा के चलते ध्वस्त हो गया है। जिसके कारण जिस मंशा के अनुरूप यह नाला बनाया गया था, ग्रामीणों की वह मनसा अधूरी की अधूरी रह गई।

इस कदर भ्रष्टाचार एवं कमीशन की बदबू आ रही थी

क्षेत्रीय ग्रामीण बताते हैं कि जिला पंचायत सदस्य के प्रस्ताव पर बने इस नाले से ग्राम धोकलपुर अथवा किसी भी ग्राम को कोई भी लाभ मिलने वाला नहीं था। लेकिन भारी कमीशन खोरी एवं भ्रष्टाचार के चलते इस नाले को जबरन बनवाया गया। जबकि यह जनउपयोगी नहीं था। बावजूद इसके इस नाले में इस कदर भ्रष्टाचार एवं कमीशन की बदबू आ रही थी कि यह नाला निर्मित होते ही 15 दिन में ही हल्की सी वर्षा के चलते ध्वस्त हो गया। ग्राम प्रधान सचिन कुमार का कहना है कि वैसे तो मेरी ग्राम सभा में नाला निर्मित कराया गया है बहुत अच्छी बात है। लेकिन यह नाला जनउपयोगी नहीं था। ग्राम प्रधान की बिना मर्जी के ही इस नाले को निर्मित कराया गया है। जबकि गांव में कई कार्य जनउपयोगी हैं। जिनको कराया जाना जनहित में जरूरी है।

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