श्री रामचरितमानस को दलित विरोधी बताना बिहार के शिक्षा मंत्री का पागलपन: अजय शर्मा
लव इंडिया, संभल। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा श्रीरामचरितमानस को दलित विरोधी बताने पर हिंदू जागृति मंच द्वारा उन्हें मानसिक दिवालिया और पागलपन करार दिया गया।
शिव मंदिर सरायतरीन में आयोजित हिंदू जागृति मंच की बैठक में सर्वप्रथम सनातन धर्म के दिव्य ग्रंथ श्रीरामचरितमानस का विधान पूर्वक पूजन अर्चन मंत्रोच्चारण के साथ किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए हिंदू जागृति मंच के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने कहा कि रामचरितमानस जन जन का श्रद्धा और मान बिंदु है। इस ग्रंथ में भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूर्व से पश्चिम तक सभी परंपराओं प्रथाओं और संस्कृतियों मेल और सम्मान करना सिखाया है। माता पिता पुत्र मित्र शत्रु पत्नी मां बेटी आदि की कर्तव्य परायणता, समर्पण भावना के अनुपम अद्वितीय कर्तव्य एवं उदाहरण भरे हैं। यही नहीं घर परिवार समाज धर्म राष्ट्र अथवा विश्व की कोई भी समस्या का समाधान श्रीरामचरितमानस के आधार पर किया जा सकता है। ऐसे ग्रंथ पर प्रश्नचिन्ह लगाना कीचड़ उछालना बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का दिवालियापन और पागलपन का जीता जागता उदाहरण है।
मंडल अध्यक्ष अनंत अग्रवाल ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा श्री रामचरित मानस को दलित विरोधी करार देने की कड़ी निंदा और भर्त्सना करते हुए कहा कि श्रीरामचरितमानस हिंदू समाज का मान बिंदु है, प्रातः स्मरणीय है। भगवान श्री राम का चरित्र अनुपम अद्वितीय है। उन्होंने श्रीरामचरितमानस की चौपाइयों का गलत उल्लेख करने पर हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा लेने पर कड़ा एतराज जताते हुए चंद्रशेखर की दूषित मानसिकता की कड़ी निंदा की।
श्रीमती शालिनी रस्तोगी, दुष्यंत मिश्रा,, संतोष कुमार गुप्ता, विकास कुमार वर्मा, विष्णु कुमार, अमित कुमार शुक्ला, मीनू रस्तोगी मोहित गुप्ता,पंडित जुगल किशोर मिश्रा, विजयलक्ष्मी अग्रवाल आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री के पागलपन को और हिंदू विरोधी मानसिकता को कुठाराघात बताया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तुरंत चंद्रशेखर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। बैठक की अध्यक्षता पंडित जुगल किशोर मिश्रा ने की तथा संचालन श्रीमती प्रीति शर्मा ने किया।