ST/SC आयोग की सदस्य गीता प्रधान पर वाल्मीकि समाज के गंभीर आरोप, किया जोरदार प्रदर्शन

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उमेश लव, मुरादाबाद। भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (Valmiki Dharma Samaj) के सर्वोच्च निर्देशक (supreme director) समेत 18 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज (report filed) कराए जाने से वाल्मीकि समाज (valmiki society) के लोगों में एसटी/ एससी आयोग की सदस्य गीता प्रधान (ST/ SC CommissionMember of Geeta Pradhan) के खिलाफ आक्रोश है। बुधवार को मंडल मुख्यालय के कलेक्ट्रेट पर बाल्मीकि समाज के लोगों ने गीता प्रधान के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और उन्हें हटाए जाने की मांग की।

बुधवार को एसटी एससी आयोग की सदस्य गीता प्रधान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के जिला संयोजक सुनील पारछा ने कहा एससी एसटी आयोग की सदस्य गीता साध्वी जो बाल्मीकि समाज से हैं लेकिन आए दिन वाल्मीकियों का ही उत्पीड़न करती रहती है। वह बाल्मीकि समाज के लोगों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराकर पैसा कमा रही है। इतना ही नहीं, वह वाल्मीकि समाज को अपमानित करती है और कोई दलित पीड़ित इनके पास पहुंच जाए तो लाखों रुपए तक की मांग करके फैसला कराने का दबाव बनाती है।

जिला संयोजक ने कहा कुंदरकी और कांठ में स्वरों का व्यापार करने वाले लोगों का 50हजार रुपए हड़प लिया और अभी तक नहीं दिया इस तरह के कई और भी मामले हैं। इस दौरान बाल्मीकि समाज के लोगों ने गीता प्रधान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन्हें एससी एसटी आयोग से हटाने की भी मांग की कहा कि उनके आयोग में होने से भाजपा सरकार की बदनामी हो रही है।

प्रदर्शन में बलवीर भारतीय, राजू आदिवासी, विशाल शरन, राबर्ट चौधरी, आकाश गौरव रितेश, लाला बाल्मीकि, आशु, रूपेश विक्की बादशाह, रोहित भारती, जगजीवन, दीपू पारछा, राजकुमार, जाबिर अली, आरिफ, बबलू, अशोक, राजा, विशाल बाल्मीकि सुनील कुमार, सुनील बाल्मीकि, शिवम बिल्ला, माइकल दिनेश, सोनू मलिक, विकास, मुकेश, पंकज, राजकुमार बाल्मीकि, विनय सैनी, संजय गांधी, दीपक आदि मौजूद थे।

ज्ञापन में गीता प्रधान द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट का यह है कड़वा सच

एससी एसटी आयोग की सदस्य गीता प्रधान द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट की सच्चाई क्या है। यह तो पुलिस की जांच का विषय है लेकिन भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज द्वारा बुधवार को प्रदर्शन के बाद दिए गए ज्ञापन में दर्ज रिपोर्ट की सच्चाई भी बताई गई है। इसमें दावा किया गया है की जिस वक्त की घटना बताई जा रही है। उस वक्त प्रशासन और पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे और 12 वफात के चलते बाल्मीकि समाज के जुलूस को निकालने की अनुमति दोपहर तक की ऐसे में 1 बजे ही कमलेश्वर भगवान वाल्मीकि समिति द्वारा शोभा यात्रा प्रारंभ कर दी गई थी और जिस वक्त गीता साध्वी आई तो दोपहर के 3 बज चुके थे और उन्होंने कहा था कि मेरे बिना आपने शोभायात्रा कैसे निकाल दी इसी के साथ उन्होंने कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न किया इतना ही नहीं उल्टा उन्होंने शोभा यात्रा निकालने वाले प्रमुख लोगों पर झूठा मुकदमा भी पंजीकृत करा दिया।

गीता प्रधान की रिपोर्ट के मुताबिक यह है पूरा मामला

मुरादाबाद। अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग की पूर्व सदस्य गीता प्रधान से मारपीट व बदसलूकी करने के आरोप में कोतवाली पुलिस ने भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज के राष्ट्रीय संचालक लल्ला बाबू द्रविड़, उनके पुत्र समेत 18 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। कुल 18 अभियुक्तों पर आरोप है कि रविवार को वाल्मीकि जयंती के मौके पर शोभायात्रा के दौरान उन्होंने आयोग की पूर्व सदस्य व उनके समर्थकों के साथ मारपीट की। घटना के बाबत प्रभारी निरीक्षक आरपी सिंह ने बताया कि एससी-एसटी आयोग की सदस्य की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। तहरीर के मुताबिक नौ अक्टूबर को अपरान्ह करीब साढ़े तीन बजे महर्षि वाल्मीकि शोभायात्रा निकल रही थी। शोभायात्रा में राजकीय इन्टर कालेज से पदयात्रा निकालने का कार्यक्रम था। शोभायात्र में गीता प्रधान भी समर्थकों के साथ शामिल हुई। मुगलपुरा से निकली शोभायात्रा शहर कोतवाली क्षेत्र में अमरोहा गेट पहुंची। शोभायात्रा में संजीव वाल्मीकि निवासी मुहल्ला मिलन विहार, थाना मझोला, लल्ला बाबू द्रविड़ निवासी मुहल्ला वाल्मीकि बस्ती, थाना कटघर, उनका बेटा रवि द्रविड़, बन्टी वाल्मीकि निवासी मुहल्ला खुशहालपुर, कुणाल उसका भाई शानू निवासी मिलन विहार और 10-12 अज्ञात लोग भी शामिल थे।

आरोप है कि उक्त लोग जान से मारने की नियत से गीता प्रधान व उनके समर्थकों पर टूट पड़े। आरोपितों ने आयोग की महिला सदस्य के साथ गाली-गलौज की। संजीव वाल्मीकि ने उसके गले से सोने की चैन लूट ली। लल्ला बाबू और उनके बेटे ने पर्स छीन लिया,। पर्स में 50 हजार रुपये नकद रखे थे। विशाल सैनी निवासी बुद्धि विहार, थाना मझोला, आदेश यादव निवासी ग्राम मैदन्तपुर, थाना भोजपुर ने आयोग की महिला सदस्य की जान बचाई। आरोपियों ने विशाल सैनी व आदेश यादव की भी पिटाई की। दोनों गीता प्रधान के साथ थे। दोनों गम्भीर चोटें आईं। पुलिस को देख हमलावर भाग खड़े हुए। पुलिस सुरक्षा में गीता प्रधान को उनके घर पहुंचाया गया। घटना के बाबत प्रभारी निरीक्षक आरपी सिंह ने बताया कि एससी-एसटी आयोग की सदस्य की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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