नामांकन पत्र खारिज: इन नेताजी के दिल के अरमां आंसुओ में बह गए…
लव इंडिया मुरादाबाद। सियासत भी अजीब है…5 साल क्षेत्र में मेहनत की। बावजूद इसके, कड़े संघर्ष के बाद पार्टी ने टिकट दिया लेकिन नसीब में विधायकी ही नहीं लिखी थी और इन दोनों नेता जी के नामांकन पत्र खारिज हो गए। ऐसे में जब दिल के अरमा दिल में रह जाएं तो आंसुओं के सिवा कुछ नहीं रह जाता। ऐसा ही कुछ हुआ चंद्र शेखर आजाद की पार्टी से नामांकन कराने वाले कुंदरकी और बिलारी विधानसभा के प्रत्याशियों के साथ।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में दूसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया के बाद 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच की गई और चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी से कुंदरकी विधानसभा और बिलारी विधानसभा से दाखिल दो प्रत्याशियों के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया गया।
नामांकन पत्र खारिज होने के बाद आजाद समाज पार्टी के मुरादाबाद विधानसभा कुंदरकी से रमजानी ने अपने नामांकन पत्र जमा करने वाले वकील पर ही मिलीभगत कर नामांकन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया और अपने वकील के खिलाफ मक़दमा दर्ज कराने की बात कही। रमजानी मीडिया से बात करते हुए भावुक होकर रो दिए। कहा कि 5 साल से मेहनत कर रहा था। रमजानी ने अपनी बेबसी कैमरे के सामने भावुक होकर कहा कि वकील ने धोखा दिया है क्योंकि इस वकील का भाई भी चुनाव लड़ रहा है।
दूसरी ओर मुरादाबाद की विधानसभा बिलारी से अपनी किस्मत आजमा रहे आज़ाद समाज पार्टी के ही प्रत्याशी उमर फारूक ने अपना नामंकन खारिज होने पर पूरा ठीकरा ही प्रशासन के सर पर फोड़ते हुए आरोप लगाया कि उनका नामांकन साज़िश के तहत खारिज करा गया है और वो इसकी लड़ाई हाईकोर्ट तक लड़ेंगे।