यूपी: भीड़ के आगे अपील बेअसर, कई शहरों में सड़क पर पढ़ी गई ईद की नमाज
दो साल रहे कोरोना काल के बाद मंगलवार को शाह जमाल ईदगाह मे पारंपरिक तरीके से ईद उल फितर पर मुस्लिम समाज ने नमाज अता कर अलीगढ़ सहित देश दुनिया में अमन चैन की दुआ मांगी। नमाज के बाद एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए। पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और राजनीतिक दल के लोगों ने ईदगाह पहुंचकर लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। इस दौरान शहर मुफ़्ती व प्रशासन द्वारा की गई सड़क पर नमाज न पढ़ने की अपील भीड़ के कारण बेअसर रही।
शहर मुफ्ती खालिद हामिद ने कहा ईद का त्यौहार आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है। सभी को आपसी मजहबी दीवारें तोड़कर एक-दूसरे के साथ प्रेम से मिल-जुल कर रहना चाहिए। लाउडस्पीकर मामले पर उन्होंने कहा कि हुकूमत के फैसले पर सभी को अमल करना चाहिए और किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन जहां ज्यादा संख्या में लोग नमाज अता करने आते हैं तो वहां लाउडस्पीकर की जरूरत इसलिए होती है कि इमाम द्वारा बताई जा रही इबादत की बातें नमाजियों तक पहुंचे और उनकी नमाज मुकम्मल तौर पर अता हो सके।
ईदगाह में नमाज अदा कराने के लिए जिला प्रशासन ने पहले से ही पूर्ण व्यवस्था की थी। नगर निगम द्वारा ईदगाह और उसके आसपास साफ-सफाई की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई। वहीं ईद के अवसर पर नमाज अता कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए। आज ईदगाह पर पारंपरिक तरीके से सरकार की गाइडलाइन के अनुसार शांतिपूर्ण सकुशल ईद उल फितर की नमाज अता की गई है।
अमेठी में भी ईद पर नमाज को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की सरेआम धज्जियां उड़ाई गईं। जगदीशपुर थाना क्षेत्र के ईदगाह जगदीशपुर में प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी नमाजियों ने सड़क पर नमाज अता की। नमाजियों ने पुलिस और प्रशासन के सामने ही सड़क पर नमाज पढ़ी। इस दौरान पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौन नजर आए।