छोटे साहब की कृपा से MBBS पर भारी हैं संजरपुर के हड्डी के पुराने BNYS डॉक्टर
लव इंडिया, मुरादाबाद। जनपद के गली मोहल्ले और गांव में कुकुरमतों की तरह झोलाछाप की बाढ़ सी आई हुई है और इनमें भी बीएनवाईएस (मिट्टी, पानी और हवा से उपचार का डिप्लोमा करने वाले) वालों ने एमबीबीएस डिग्रीधारकों को पीछे ढकेल दिया है। कुल मिलाकर अगर देखा जाए तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी के छोटे साहब की मेहरबानी से संजरपुर वाले एमबीबीएस पर भारी है।
अब संजरपुर वाले हड्डी के पुराने इन डॉक्टरों को देखिए जो बी एन वाई एस डिप्लोमा धारक है। बीएनवाईएस यानि कि मिट्टी पानी और हवा से प्राकृतिक तरीके से उपचार लेकिन संजरपुर के हड्डी के इन पुराने डॉक्टर को देखिए डॉ राजेंद्र सिंह यादव और डॉ योगेंद्र सिंह यादव। जनता फैक्चर अस्पताल के नाम से इनका अस्पताल एमडीए ऑफिस के पीछे विवेकानंद अस्पताल के पास पॉलिटेक्निक बाग पुलिस चौकी के सामने बीएन मेडिकोज के पास आशियाना फेस वन में 24 घंटे खुला है। इनका दावा है टूटी हड्डी चोट मौत घुटनों का दर्द कमर दर्द कंधों का दर्द साइटिका आदि रोगों का उनके यहां इलाज होता है।
पूछने पर अपने को सीएमओ कार्यालय में रजिस्टर्ड बताते हैं और रजिस्ट्रेशन नंबर 03666 दिखाते भी है और उनके अस्पताल के बोर्ड पर लिखा हुआ भी है कहते हैं कि सीएमओ कार्यालय में 5 साल में एक बार रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। अगर संजरपुर वाले हड्डी के पुराने डॉक्टर राजेंद्र सिंह यादव और योगेंद्र सिंह यादव के जनता फैक्चर अस्पताल का मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में रजिस्ट्रेशन है तो यह एमबीबीएस डॉक्टर के साथ-साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आईएमए के लिए भी चिंता का शबाब है क्योंकि आई एम ए एमबीबीएस डॉक्टर के हितों के लिए संघर्ष करता है और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा झोलाछाप डॉक्टर और फर्जी अस्पताल नर्सिंग होम को रोकने की जिम्मेदारी भी एमबीबीएस डॉक्टर को ही दी गई है।
फिलहाल इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एम सी गर्ग कहते हैं कि मामला संज्ञान में आया है और जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस बीच सबसे बड़ा सवाल किया है कि क्या बी एन वाई एस होने के बावजूद सीएमओ कार्यालय से राजेंद्र सिंह यादव और योगेंद्र सिंह यादव संजरपुर बालों के जनता फैक्चर अस्पताल का पंजीकरण हो सकता है और अगर नहीं तो फिर इनका पंजीकरण किया करते हैं और इसके लिए दोषी कौन है…। इन पर कार्यवाही कब होगी।