केला तना रेशा उत्पादन इकाई राखी से प्रतिमाह अनुमानित एक से डेढ़ लाख रुपये होगी आय

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बेमेतरा : बेमेतरा जिले मे केले की खेती 1029 हेक्टेयर मे की जा रही है। केला कटाई उपरांत केला तना का उपयोग केला रेशा, केला जल एवं केला पल्प निष्काशन हेतु गौठान ग्राम राखी की दो महिला स्व सहायता समूह को जोड़कर एक फार्मर्स इंकम ग्रुप का गठन कर किसान उत्पादक संगठन उन्नति किसान उत्पादक सहकारी समिति मर्यादित साजा के द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के तकनिकी मार्गदर्शन मे किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के कृषि वैज्ञानिक डॉ. रंजीत सिंह राजपुत ने बताया कि उन्नति किसान उत्पादक सहकारी समिति मर्या. साजा के द्वारा महिला एफआईजी को 5 लाख रुपये की परिचक्रीय राशि प्रदान की जा रही है। केला तना की निरंतर पूर्ति किसान उत्पादक संगठन द्वारा केला उत्पादक कृषकों से संपर्क कर करायी जा रही है। केला तना रेशा प्रतिदिन 50-60 किलोग्राम निकाला जा सकता है। केला तना रेशा की आपूर्ति खादी ग्रामोद्योग, हाथकरघा विभाग बुनकर समिति, गुजरात पश्चिम बंगाल एवं अन्य राज्यों के विभिन्न कम्पनियों को किया जायेगा।

डॉ. राजपुत ने बताया कि गुजरात के एक अल्ट मेट प्रा. लि. कम्पनी द्वारा हमारे केला तना रेशा के नमुनों की गुणवत्ता को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ केला तना रेशा बताया गया है। गौठान ग्राम राखी मे केला तना रेशा उत्पादन इकाई छत्तीसगढ़ राज्य की प्रथम इकाई है। उच्च गुणवत्ता का केला चना रेशा से हैण्ड मेड पेपर बनाने का कार्य शीघ्र ही जिला प्रशासन बेमेतरा के सहयोग से प्रारंभ किया जा रहा है। हैण्ड मेड पेपर मशीन द्वारा फाइल कव्हर, कैलेण्डर, डायरी, विजिटिंग कार्ड, शादी कार्ड, सामान्य पेपर इत्यादि बनाने का कार्य किया जायेगा। केला जल से उच्च गुणवत्ता का तरल उर्वरक के निर्माण हेतु पेटेंट के लाइसेंस के लिए नवसारी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से अनुबंध की प्रक्रिया जारी है। स्थापित केला तना रेशा उत्पादन इकाई से प्रतिमाह अनुमानित एक से डेढ़ लाख रुपये का शुद्ध आय प्राप्त किया जा सकता है। केला तना रेशा उत्पादन इकाई से 10 से 12 महिलाओं एवं युवाओं को वर्षभर रोजगार प्राप्त होगा।

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