TMU: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के हरित आयामों पर दो दिन मंथन करेंगे देश-विदेश के वैज्ञानिक और शिक्षाविद

शिक्षा-जॉब

लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटिंग साइंसेज-एफओईसीएस के रसायन विज्ञान विभाग की ओर से हरित प्रौद्योगिकी-रिसर्च ट्रेंडस इन ग्रीन एसपेक्ट्स ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी-आरटीजीएएसटी पर दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ब्लेंडेड मोड में होने जा रही है। 25 फरवरी से आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में देश-विदेश के जाने-माने वैज्ञानिक और शिक्षाविद शिरकत करेंगे। एफओईसीएस के निदेशक एवम् कॉन्फ्रेंस जनरल चेयर प्रो. आर के द्विवेदी ने उम्मीद जताई है, यह कॉन्फ्रेंस केमिस्ट्री और फार्मेसी के छात्रों, शोधार्थियों और फैकल्टी के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगी। कॉन्फ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. सौविक सुर ने बताया, कॉन्फ्रेंस में तीन बेस्ट ऑरल एंड पोस्टर प्रेजेंटेशन पुरस्कृत किए जाएंगे। इस कॉन्फ्रेंस के दौरान रसायन विज्ञान विभाग की शोध पत्रिका-टीएमयू जर्नल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड केमिस्ट्री के द्वितीय संस्करण का विमोचन भी होगा।

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टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह करेंगे 25 को शुभारंभआरटीसीएल के जीएम डॉ. आर के शर्मा होंगे चीफ गेस्टब्लेंडेड मोड के तीन दर्जन से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत होंगेयूएसए, कनाडा के भी जुड़ेंगे वैज्ञानिक और शिक्षाविदकेमिस्ट्री विभाग के रिसर्च जर्नल का होगा विमोचनतीन बेस्ट ऑरल एंड पोस्टर प्रेजेंटेशन होंगे पुरस्कृत

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कॉन्फ्रेंस का आगाज तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह प्रातः 10 बजे मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन के संग करेंगे, जबकि रिसर्च टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेट्री, मुरादाबाद के जनरल मैनेजर डॉ. आर के शर्मा बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित होंगे। कॉन्फ्रेंस में ऑनलाइन और ऑफलाइन तीन दर्जन से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत होंगे। नॉर्टन थोरासिस इंस्टीट्यूट फॉनिक्स, यूएसए से डॉ. संध्या बंसल वर्चुअली अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगी। सीडीआरआई, लखनऊ के भूतपूर्व वैज्ञानिक डॉ. एके सक्सेना मुख्य वक्ता होंगे। कॉन्फ्रेंस में सेंट्रल यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश से डॉ. दीपक पंत, गवर्नमेंट पीजी कॉलेज चमोली से डॉ. गिरधर जोशी, दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर से डॉ. एनपी सिंह वर्चुअली अपने अनुभवों को साझा करेंगे। क्वीन्स यूनिवर्सिटी, कनाडा के पोस्टडॉक फैलो डॉ. हर्षित महिंद्रा, गवर्नमेंट पीजी कॉलेज बदांयू से डॉ. एस राठौर, जीबी पंत एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, पंतनगर से मिस पूजा अपना शोधपत्र प्रस्तुत करेंगी। कॉन्फ्रेंस के कंन्वीनर डॉ. आसिम अहमद कांफ्रेंस की थीम और रसायन विज्ञान विभाग की उपलब्धियों का उल्लेख करेंगे।

उल्लेखनीय है कि आधी सदी से औद्योगिकीकरण की अंधी दौड़ में जहरीले रासायनिक पदार्थों का अत्याधिक उत्सर्जन हो रहा है। औद्योगिकीकरण की इस दौड़ में मानव समाज ने पर्यावरण को इतना प्रदूषित कर दिया है कि इसके भयानक परिणाम विभिन्न जैविक और भौतिक आपदाओं के रूप में समय-समय पर आते रहते हैं। आज समय की दरकार है कि हम विकास को प्राथमिकता तो दें, पर साथ ही साथ इस बात का ख्याल रखें कि हमारे पर्यावरण की सेहत भी अच्छी रहे, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध हवा ,पानी भोजन इत्यादि उपलब्ध हो सके। इनके मद्देनजर इस दो दिनी कॉन्फ्रेंस में वैज्ञानिक पर्यावरण असंतुलन के लिए जिम्मेदार रासायनिक अभिक्रियाओं के विकल्पों पर रिसर्च पेपर्स के जरिए मंथन करेंगे।

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