वाराणसी में कारागार राज्य मंत्री बोले: जिला जेल में बंदियों को बनाया जाएगा हुनरमंद
जिला जेल में कैदियों व बंदियों को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाएं, जिससे वह अपराध का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौट सकें। यह बातें कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने बृहस्पतिवार को सर्किट हाउस में जेल अधिकारियों के साथ बैठक में कहीं। इस दौरान कारागार मंत्री ने जेल की क्षमताओं और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने 15 अगस्त पर जेल से छोड़े जाने वाले विचाराधीन बंदियों की स्क्रीनिंग अभी से कराने का निर्देश दिया।
कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जेल के अंदर किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। मुलाकात करने वालों पर विशेष निगाह रहे। जिन बंदियों की पैरवी करने वाला कोई नहीं है, उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत नि:शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराएं।
बैठक में डीआईजी जेल एके सिंह, जेल अधीक्षक एके सक्सेना आदि मौजूद रहे। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद पत्रकारों से बातचीत में राज्य मंत्री सुरेश राही ने कहा कि जिला जेल का निरीक्षण अचानक किया जाएगा और खामियां मिलने पर संबंधित के खिलाफ ठोस कार्रवाई भी होगी।
एक सवाल पर कहा कि जेल में फोर-जी जैमर लगाने का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए कागजी कार्रवाई चल रही है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जेल में बंद बंदियों को अलग से कोई सुविधा नहीं मिलनी चाहिए। जेल मैन्युअल के हिसाब से ही सुविधाएं मुहैया हो।