कौन है ये हेडमोहर्रिर, जिसके कारण पाकबड़ा पुलिस झेल रही गंभीर आरोप
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। यह एक ऐसा मामला है जो पुलिस के दामन पर दाग लग रहा है। सच्चाई क्या है यह तो पुलिस की जांच के बाद सामने आएगी लेकिन फिलहाल पाक़बड़ा पुलिस सवालों के गहरे में है और गंभीर आरोप झेल रही है। असल में पाकबड़ा पुलिस ने 29 फरवरी को चार गाड़ियों में अवैध रूप से लाया जा रहा 116 कुंतल स्क्रेप और कॉपर पकड़ा और धारा 269/270 और 3/8 कूड़ा कचरा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जबकि इस संबंध में नौ लोगों को धारा 107/ 116/ 151 में जेल भेजा। साथ ही, मौके पर पकड़े गए नौ लोगों को धारा 107/116/ 151 में जेल भेजा।
इस मामले में चार अप्रैल को नया मोड़ तब आया जब सीजेएम ने पकड़े गए स्क्रेप और कॉपर को रिलीज करने के आदेश दिए। पांच अप्रैल को आदेश को पाकबड़ा पुलिस को रिसीव कराया। आरोप है कि पाकबड़ा पुलिस टाल मटोल करती रही और आठ अप्रैल को पुलिस ने माल सुपुर्द करना रिसीव करा लिया मगर जब इसकी तौल कराई तो माल दस कुंतल कम निकला।
शनिवार को एसएसपी के यहां भी पहुंचे न्याय की गुहार लगाने के लिए
इस पर स्क्रेप और कॉपर के मालिक नागफनी थानाक्षेत्र के दौलतबाग निवासी जाहिद पुत्र शाकिर ने एसएसपी के यहां और मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत कराई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी मामले को लेकर जाहिद शनिवार को अपने अधिवक्ता और साथियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और कार्रवाई की मांग की।
बकौल जाहिद पुत्र शाकिर, इस पूरे मामले में पाकबड़ा थाने के हेडमोहर्रिर अमित कुमार की भूमिका संदिग्ध है क्योंकि पकड़े गए स्क्रेप और कॉपर वाले वाहन को थाना परिसर से हटाकर थाने के पीछे के हिस्से में अंदर को बने कमरे में रखा गया, जिसका रास्ता पीछे को है। यही से बाद में माल गायब कर दिया गया। जबकि चारों वाहनों को थाना परिसर में खड़ा किया गया था। इतना ही नहीं, जाहिद,का आरोप है कि 60 हजार रुपए भी तत्कालीन थाना प्रभारी ने लिए और चालान कर दिया।
स्क्रेप और कॉपर के मालिक जाहिद का आरोप है की हेडमोहर्रिर अमित कुमार ने कोर्ट का आदेश भी 33 हजार रुपए लेकर रिसीव किया और मान लेने के बाद जब धर्म कांटे पर तौल कर आई तो 10 कुंतल कॉपर कम निकली। जाहिद का आरोप है कि यह कॉपर थाने से ही चोरी की गई और अधिकारी इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे।
पीड़ित जाहिद की तरफ से कानूनी कार्रवाई कर रहे अधिवक्ता नौशाद अली खान
इस मामले में पीड़ित जाहिद की तरफ से कानूनी कार्रवाई कर रहे अधिवक्ता नौशाद अली खान ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है। इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। हमें पुलिस प्रशासन के स्तर से न्याय नहीं मिला तो न्यायालय की शरण में जाएंगे क्योंकि यह मामला साक्ष्यों पर आधारित है और इसलिए ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए जो विभाग को बदनाम कर रहे हैं।
पाकबड़ा पुलिस ने आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया
दूसरी तरफ पाकबड़ा थाना पुलिस ने जाहिद के आरोपी को पूरी तरह से गलत बताया है और कहा कि पूरे माल को रिसीव किया गया। बाद में क्या हुआ इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते। जांच होगी तो सब स्पष्ट हो जाएगा।