17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराने के लिए योगी सरकार भेजेगी केंद्र सरकार को प्रस्ताव
लव इंडिया, लखनऊ। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने संबंधी सभी अधिसूचनाएं उच्च न्यायालय से रद होने के बाद नई पहल शुरू कर दी है। इसके तहत प्रदेश सरकार जल्द ही मझवार समूह की उपजातियों को परिभाषित करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजेगी।
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में 17 जातियां कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिंद, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, मांझी, मछुवा अतिपिछड़ा वर्ग में दर्ज हैं। इन्हें निषाद समाज अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण दिलाए जाने की मांग लंबे समय से कर रहा है लेकिन अभी तक राजनीतिक लाभ के चक्कर में पूर्व सरकारें विधानसभा और लोकसभा चुनाव के आसपास आरक्षण का मुद्दा उछालती रही हैं।
इसी के तहत सपा सरकार के शासन काल में दो बार अधिसूचनाएं जारी की गईं, इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी अपने पहले कार्यकाल में आरक्षण की अधिसूचना जारी कर दी और इन सबकी प्रक्रिया असंवैधानिक रही, इसलिए संवैधानिक पेंच फंसा रहा और पिछले अगस्त माह में हाईकोर्ट ने अब तक जारी सभी अधिसूचनाओं को रद्द कर दिया था।
इसके बाद से निषाद व मझवार समाज की उपरोक्त 17 जातियों के लोगों में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ आक्रोश सा है क्योंकि कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिंद, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, मांझी, मछुवा जाति के लोग अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। मंगलवार को 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के संबंध में मंत्री डा. संजय निषाद और राकेश सचान ने मुख्यमंत्री ने लोकभवन में भेंट की। उन्हें मझवार आरक्षण को लेकर यथास्थिति से अवगत कराया और आरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी।
बताया कि नए सिरे से 17 जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में दर्ज नहीं करना है, बल्कि उत्तराखंड सरकार की तर्ज पर उपजातियों को परिभाषित कर अनुसूचित संविधान आदेश 1950 लागू कराना है। साथ ही मंत्री डा. संजय निषाद और राकेश सचान ने सीएम योगी को बताया कि मछुवा समुदाय की सभी उपजातियां उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति की सूची क्रमांक-53 में मझवार, क्रमांक- 66 में तुरैहा के रूप में दर्ज हैं।दोनों ने मुख्यमंत्री योगी को बताया कि उत्तराखंड राज्य में जिस तरीके से शिल्पकार जाति समूह को परिभाषित किया है, वैसे ही उत्तर प्रदेश सरकार को केंद्र को प्रस्ताव भेजकर मझवार जाति समूह को परिभाषित कर देना है। इससे मझवार समाज की 17 जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण मिल जाएगा।
लखनऊ में मंत्री डॉ. संजय निषाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया है कि मझवार आरक्षण पर जल्द ही सरकार सकारात्मक रूप से काम करेगी और मझवार आरक्षण संबंधित सभी तकनीकी खामियों को दूर कर प्रस्ताव तैयार कराएगी। मंत्री डॉ. संजय निषाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण को आरक्षण संबंधित सभी खामियों को दूरकर प्रस्ताव तैयार कराने को कहा है ताकि इसे जल्द से जल्द केंद्र सरकार को भेजा जाए और उत्तर प्रदेश में 17 जातियां कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिंद, भर, राजभर, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, मांझी, मछुवा को अनुसूचित जाति वर्ग का आरक्षण मिल जाए।