शिशु वाटिका इंटर कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस एवं डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती समेत कई विशेष आयोजन

मुरादाबाद। शिशु वाटिका इंटर कॉलेज, गोविंद नगर में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी के साथ विद्यालय में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती, महिला क्रिकेटर मिताली राज का जन्मदिन, हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की पुण्यतिथि तथा भोपाल गैस त्रासदी की पुण्यतिथि पर भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्य हरी निवास गुप्ता एवं उप-प्रधानाचार्य श्रीमती निगम रस्तोगी ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा दीप प्रज्वलन के साथ की।

प्रधानाचार्य गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को सम्मान, समानता और अवसर देकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना है। वर्ष 1976 में संयुक्त राष्ट्र ने विकलांग जनों के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के रूप में 1981 को घोषित किया था। भारत सरकार ने 31 मई 2016 को “विकलांग” की जगह “दिव्यांग” शब्द को स्वीकृत किया था।

कार्यक्रम में छात्रों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद के देश निर्माण में योगदान और उनकी सरलता व महान सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। बच्चों को बताया गया कि वे भारत के प्रथम राष्ट्रपति होने के साथ-साथ संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे।

इसी क्रम में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की दिग्गज बल्लेबाज मिताली राज के जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं दी गईं और उनके संघर्ष व उपलब्धियों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया गया।

कार्यक्रम में छात्रों व शिक्षकों ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की पुण्यतिथि पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके खेल कौशल और देश के लिए दिए असाधारण योगदान को याद किया गया।

इसके साथ ही भोपाल गैस त्रासदी की पुण्यतिथि पर दो मिनट का मौन रखकर हजारों मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। छात्रों को बताया गया कि 2-3 दिसंबर 1984 की रात यूनियन कार्बाइड के प्लांट से लीक हुई मिथाइल आइसोसाइनेट गैस ने इतिहास की सबसे भीषण औद्योगिक दुर्घटना को जन्म दिया था।

कार्यक्रम में उप-प्रधानाचार्य श्रीमती निगम रस्तोगी, अध्यापिका अवंतिका मिश्रा, सामाजिक विज्ञान के अध्यापक मुन्नालाल यादव सहित कक्षा 11 की डोली, कक्षा 9 की इशिका सैनी आदि छात्रों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।


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