Wakf Amendment का समर्थन करने पर Sufi Khanqah Association के लोगों को जान माल का खतरा, सुरक्षा दे सरकार

लव इंडिया, कानपुर। वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद से, मुस्लिम ब्रदरहुड की विचारधारा की सियासत करने वाले,जिन्ना की मानसिकता के लोग ओछी हरकतों पर उतर आए हैं। संवैधानिक अधिकार के तहत वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने वाले सूफी समाज के लोगों को जान माल का नुकसान पहुंचाने वाले कृत्य किए जाने लगे हैं।

इस संबंध में सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने, केंद्रीय गृह मंत्री,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित संबंधित अधिकारियों को पत्र भेजा है।


इस संबंध में बयान और प्रेस रिलीज जारी करते हुए, सूफी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने कहा कि,वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने के कारण वरिष्ठ पत्रकार, श्री सूफ़ी कशिश वारसी निवासी किसरौल थाना नागफणी जिला मुरादाबाद उत्तर प्रदेश जो एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र ग्लोबल न्यूज के संपादक हैं और गजल अकादमी के महासचिव और भारतीय सूफ़ी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।

उनके द्वारा मुखर होकर वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन किया गया, जिसके चलते मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा हिंद के समर्थकों द्वारा उनके खिलाफ दुष्प्रचार करते हुए लोगों को उनकी जान माल का नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा वक्फ संशोधन विधेयक पर भ्रांतियां फैला रहे लोगों का विरोध करने के कारण सूफ़ी कशिश वारसी को भी यही शक्तियां टारगेट कर रही है,ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय एकता और भाईचारे के अभियान के अंतर्गत देश भर का दौरा करने वाले की जान माल की सुरक्षा आवश्यक है।


उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा ए हिंद से जुड़े वहाबी देवबंदी सलाफी अहले हदीस जो मुस्लिम ब्रदरहुड की विचारधारा की सियासत करते हैं और पाकिस्तानी बरेलवी मसलकी दहशतगर्द मुल्ला अशरफ आसिफ ज़लाली को अपना आदर्श मानने वाले, कुछ बरेलवी कट्टरपंथी ही, वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे हैं और अपने विरोधियों के साथ अपराधिक कृत्य करने पर उतर पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इन मुट्ठी भर लोगों के अलावा बाकी मुसलमानों को इस बिल से एतराज नहीं है, उन्होंने कहा कि इस संबंध में कार्रवाई और सुरक्षा हेतु सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन ने पत्र प्रेषित किया है।

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