पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाए जाने का मुद्दा विधान परिषद में उठा
पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर कानून बनाए जाने का मुद्दा गुरुवार को विधान परिषद में उठाया गया। सपा के आशुतोष सिन्हा ने इस मुद्दे को उठाया और भत्ता दिए जाने का भी प्रस्ताव रखा। नए पत्रकारों को 10 हजार रुपये प्रति महीने और 20 वर्ष तक कार्य कर चुके पत्रकारों को कम से कम 25 हजार रुपये गुजारा भत्ता दिया जाए। उन्हें 20 लाख रुपये तक कैशलेस उपचार की सुविधा भी दी जाए। सिन्हा ने कहा कि पत्रकार जोखिम लेकर कार्य करते हैं। ऐसे में उनका एक करोड़ का जीवन बीमा कराया जाए। आवास विकास व विकास प्राधिकरणों के माध्यम से बिना लाभ-हानि के भवन व प्लाट भी उपलब्ध कराए जाएं।
Demand to implement journalist protection law*।
The issue of making a law for the safety of journalists was raised in the Legislative Council on Thursday. SP’s Ashutosh Sinha raised this issue and also proposed to give allowance. New journalists should be given a living allowance of Rs 10,000 per month and journalists who have worked for 20 years should be given at least Rs 25,000. They should also be given the facility of cashless treatment up to Rs 20 lakh. Sinha said that journalists work by taking risks. In such a situation, they should be given a life insurance of Rs 1 crore. Buildings and plots should also be made available without profit or loss through Housing Development and Development Authorities.