Central government चौड़े करेगी 25,000 किमी हाईवे, दो साल में होंगे चार-लेन में तब्दील


केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में घोषणा की कि अगले दो वर्षों में 25,000 किलोमीटर लंबे दो-लेन राजमार्गों को चार-लेन में अपग्रेड किया जाएगा। इस परियोजना पर करीब 10 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण के लिए यातायात सीमा (पीसीयू) को कम किया गया है, जिससे अब अधिक हाईवे को चौड़ा किया जा सकेगा।

12,000 पीसीयू ट्रैफिक वाले दो-लेन हाईवे को चार-लेन में बदला जाएगा (पहले यह सीमा 12,500 पीसीयू थी) 20,000 पीसीयू ट्रैफिक होने पर चार-लेन को छह-लेन में अपग्रेड किया जाएगा। 30,000 पीसीयू ट्रैफिक होने पर छह-लेन को आठ-लेन में विस्तारित किया जाएगा। पीसीयू (पैसेंजर कार यूनिट) एक मानक माप है, जिससे अलग-अलग प्रकार के वाहनों के ट्रैफिक पर प्रभाव का आकलन किया जाता है। एक सामान्य कार की पीसीयू वैल्यू 1 होती है, जबकि एक भारी ट्रक की 2 से 4 तक हो सकती है। सरकार ने 3,500 किमी दो-लेन सड़कों को चार-लेन करने के लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार कर ली है।

अगले कुछ महीनों में 21,500 किमी और सड़कों की डीपीआर तैयार की जाएगी। पिछले 11 वर्षों में चार-लेन राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 18,000 किमी से बढ़कर 48,000 किमी हो गई है (163% वृद्धि)। 636 हाईवे परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें 16,422 किमी का निर्माण हो रहा है। इन पर 6 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा। अब तक 8,852 किमी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सरकार का लक्ष्य 2028-29 तक सभी परियोजनाएं पूरी करने का है।