11th International Yoga Day : योग न केवल अपने लिए बल्कि अपने ग्रह के स्वास्थ्य के लिए भी खास


लव इंडिया, मुरादाबाद। 21 जून 2025 को गोकुलदास हिंदू गर्ल्स महाविद्यालय में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सचिन महेश्वरी के आदेश अनुसार प्राचार्य प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा जीके दिशा निर्देशन में 11 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस वर्ष योग दिवस की थीम भारत सरकार द्वारा एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग दी गई जिसके अंतर्गत समस्त गोकुल परिवार ने मिलकर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का उद्बोधन को प्रोजेक्टर के माध्यम से सुना। जिसमें उन्होंने बताया की इस थीम का रखने का उद्देश्य योग के माध्यम से पूरी दुनिया को स्वस्थ बनाना है यह थीम हमारे अपने स्वास्थ्य और हमारे ग्रह के स्वास्थ्य के बीच गहरे संबंध पर जोर देती है।

प्राचार्य प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा योग , शारीरिक मानसिक भावात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एकत्व और प्राकृतिक साधन है । “एक पृथ्वी एक स्वस्थ है के लिए योग “थीम सभी को यह अपील करती है कि वह योग को अपने जीवन में शामिल करें ,न केवल अपने लिए बल्कि अपने ग्रह के स्वास्थ्य के लिए भी। आज का समय असंतुलन और अस्वस्थता से पूरी तरह घिरा हुआ है एक और जहां जलवायु परिवर्तन का संकट है वहीं दूसरी और जीवन शैली से जुड़ी कई भयानक बीमारियां भी बढ़ रही हैं ।ऐसे में एक पृथ्वी एक स्वस्थ है का विचार यह याद दिलाता है कि इंसान और प्रकृति का स्वास्थ्य आपस में जुड़ा हुआ है । उन्होंने कहा की योग केवल शारीरिक व्यायाम ही नहीं बल्कि एक संपूर्ण जीवन शैली है जो तन मन और आत्मा को संतुलित रखती है ।

इस वर्ष के 11वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय हमें यह समझता है की हमारा स्वास्थ्य पृथ्वी के स्वास्थ्य से जुड़ा है। योग न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार करता है बल्कि प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण की भावना को भी जागृत करता है। जब नियमित योग करते हैं तो न केवल स्वस्थ रहते हैं बल्कि धरती के प्रति अपने कर्तव्यों को भी अच्छे से निभाते हैं ।एक स्वस्थ जीवन और एक स्वस्थ धरती के लिए योग अनिवार्य है। इसीलिए एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग केवल एक थीम या विचार नहीं है यह एक जरूरत है अगर हम हर रोज थोड़ा सा भी योग करेंगे तो हम न केवल खुद को बल्कि पूरी धरती को बेहतर बना सकते हैं।
तत्पश्चात प्राचार्य जी के निर्देशन में योग गुरु सबा खान ने पूरे गोकुल परिवार को योग कराया जिसमें उन्होंने ताड़ासन त्रिकोणासन वीरभद्र आसन पवनमुक्तासन भुजंगासन नौकासन आदि आसन कराया। इसके पश्चात 10 मिनट तक उन्होंने प्राणायाम कराया।

साथ ही सुश्री सबा खान ने 10 मिनट तक मंत्रों के उच्चारण के साथसूर्य नमस्कार कराएं। योग गुरु ने गोकुल परिवार को ध्यान भी करवाया। महाविद्यालय की उप प्राचार्य प्रोफेसर अंजना दास जी ने कहा की आज हमारी दुनिया अनेक चुनौतियों से जूझ रही है जैसे बढ़ता प्रदूषण जलवायु परिवर्तन तनाव और जीवन शैली से जुड़ी बीमारियां एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य भी स्वस्थ नहीं रह सकता । और हम कोरोना कैंसर टीवी जैसी भयानक बीमारियों से लड़ते रहेंगे क्योंकि हवा पानी भोजन यह सभी चीज हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं अगर यह दुष्ट हैं तो हमारा शरीर भी बीमार होगा योग ही एक ऐसा उपाय है जिसके द्वारा हम इस वैश्विक संकट को सरलता से और प्रभावी ढंग से दूर कर सकते हैं।
मुख्य अनुशासिका प्रोफेसर कविता भटनागर जी ने कहा योग हमें सादगी संयम और प्रकृति के साथ जुड़कर जीने की प्रेरणा देता है।

शिविर में मासिक योग कार्यक्रम के अंतर्गत कराई गई विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे पोस्टर, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं विशिष्ट प्रतियोगिता करने वाली छात्राओं को पुरस्कार भी वितरित किए गए।शिविर का संचालन प्रोफेसर एकता भाटिया , डॉ शैफाली अग्रवाल,डॉ रेनू शर्मा, डॉ सविता अग्रवाल, डॉ प्रेमलता कश्यप और श्रीमती शिवानी गुप्ता आदि ने संयुक्त रूप से किया। शिविर में महाविद्यालय की डॉ प्रोफेसर अंशु सरीन प्रोफेसर पुनीता शर्मा प्रोफेसर किरण साहू प्रोफेसर अनुराधा सिंह प्रोफेसर अपर्णा जोशी प्रोफेसर किरण त्रिपाठी डॉ सुनीति लता श्रीमती सोनम डॉ जेबा डॉ गुलशन आरा कुमारी याशिका सहित सभी प्रवक्ताएं और सभी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी और छात्राएं मौजूद रहकर योग का आनंद लिया।
