Shishu Vatika Inter College : 15 दिवसीय गायन व नृत्य कार्यशाला का समापन

लव इंडिया, मुरादाबाद। शिशु वाटिका इण्टर कॉलेज, गोविंद नगर में गायन वादन समापन समारोह किया गया।संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश मातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय लखनऊ, उत्तर प्रदेश की ओर से शिशु वाटिका इण्टर कॉलेज, गोविंद नगर, मुरादाबाद के संयुक्त तत्वाधान में गत 15 दिवसीय गायन / नृत्य की चल रही कार्यशाला का जिसका विधिवत समापन किया गया।
इस आयोजन का शुभारम्भ प्रबन्धक अनुज अग्रवाल, सहनिदेशक डॉ.पंकज दर्पण, गायन वादन प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता शिशु वाटिका इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य हरिनिवास गुप्ता SVPS की प्रधानाचार्या ज्योत्सना गुप्ता, मती निगम रस्तौगी, सुनीता गुप्ता, नीता तोमर ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीपप्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम के आरम्भ में छात्र छात्राओं द्वारा गुरु वन्दना “सारे तीर्थ धाम आपके चरणो मे ” एवं सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। इसके उपरान्त प्रबन्धक अनुज अग्रवाल ने अपने उदबोधन में प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता एवं इस कार्यशाला के समन्वयक डॉ. पंकज दर्पण को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।
समन्वयक डॉ. पंकज दर्पण ने भी अपने उदबोधन में प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता की प्रशंसा की तथा कहा कि उन्होंने बहुत अनुशासन से अपनी संगीत कक्षा को चलाया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की 5 टॉप कार्यशालाओ में शिशु वाटिका इण्टर कॉलेज की गायन वादन कार्यशाला भी सम्मिलित है। समाज सेवी आर के भटनागर ने भी प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता की प्रशंसा की एवं उनको धन्यवाद दिया।
मुख्य अतिथि प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता ने अपने उदबोधन में कहा कि संगीत के माध्यम से हम ईश्वर के दर्शन कर सकते है अतः इसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए साथ ही उन्होंने प्रवन्धक अनुज अग्रवाल, समन्वयक,पंकज दर्पण, विद्यालय प्रधानाचार्य हरिनिवास गुप्ता, एवं सुनीता गुप्ता जी का धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता जी ने कहा सभी ने इस कार्यशाला को चलाने में में मेरा बहुत सहयोग दिया है मै इसे हमेशा याद रखूंगी। शिशु वाटिका इण्टर कॉलेज परिवार की ओर से विद्यालय प्रबन्धक अनुज अग्रवाल के कर कमलों द्वारा प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता को प्रतीक चिन्ह व अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन सुनीता गुप्ताने किया एवं एक सुन्दर गीत गाकर प्रशिक्षिका ऋतु गुप्ता को धन्यवाद दिया।

इस कार्यशाला एवं समापन कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनीता गुप्ता, निगम रस्ताँगी, मती रेनू गारद्वाज, नीता, बबीता सलोनी वर्मा, सुरभि राणा, श्रीमती प्रिया, रेशमा, जानकी, अवन्तिका, मोनी, मनोज अग्रवाल, सुनील, राजेश राणा, अरुण, सचिन, गुन्नालाल, अखिल जोहरी, अवनेश ने महत्वपूर्ण योगदान किया।