Senior poet Kale Singh “Salta” की कृति Sarbans Daani Guru Gobind Singh Ji का लोकार्पण

लव इंडिया, मुरादाबाद। 20 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री नानक दरबार जोया अमरोहा के तत्वावधान में कवि काले सिंह काले सिंह “साल्टा” की कृति सरबंस दानी गुरु गोबिन्द सिंह जी का लोकार्पण एवं काव्य-गोष्ठी का आयोजन दयानन्द आर्य कन्या महाविधालय मुरादाबाद में हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाज सेवी सरदार गुरुविन्दर सिंह ने की कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष गुरुद्वारा श्री नानक दरबार जोया अमरोहा रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में सरदार योगेंद्र सिंह, वरिष्ठ कवियत्री डॉ प्रेमवती उपाध्याय व वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ राजीव सक्सेना रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर व वाहे गुरु की अरदास से हुआ। माँ सरस्वती की वंदना इंदु रानी ने की। कार्यक्रम का संचालन अशोक विश्नोई व आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ ने संयुक्त रूप से किया।

कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित हुआ प्रथम सत्र में कवि काले सिंह काले सिंह “साल्टा” की कृति सरबंस दानी गुरु गोबिन्द सिंह जी का हुआ लोकार्पण हुआ व उस पर सभी विद्वानजन ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र मे काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमे महानगर के प्रमुख कवि व कवियत्रियों ने अपना काव्य पाठ किया।

कवियत्री पूजा राणा ने कहा कि लाल मेरे ओ लाल मेरे तुम, खोलो अपने दोनों नैन, कुछ बोलो तुम अपने मुख से, आयेगा मेरे दिल को चैन।। नकुल त्यागी ने कहा की गुरु नानक ने सिख बनाये गोबिन्द सिंह ने सुरे , भारतवासियों की आजादी के सपने किते पूरे ।।
डॉ प्रीति हुंकार ने पढ़ा की सुखों मे देखकर हमको ,सदा जो मुसकुराते है ,हमारी कामयाबी पर जो, फूले ना समाते हैं । समंदर प्रेम का दिल में ,दुआ होंठों पे रहती है। बड़े ही धन्य वे मानव, जो इनका प्रेम पाते हैं ।। विवेक निर्मल ने पढ़ा कि निराशाओ के जंगल में कहीं गुम आज की पीढ़ी , विवेकानंद को पढ़ लो वो रस्ता खोल देता है ।।

इंदु रानी ने कहा कि कर्तव्य के पथ पर तुम्हें अंगारों से बचकर जाना होगा , अपने साहस का परिचय खुद ही दिखाना होगा ।। राजीव प्रखर ने कहा कि एक श्रृंखला में जुडने की अलख जगाए चलो सखे, लिये तिरंगा बलिदानों में गीत सुनाए चलो सखे मातृभूमि पर मर मिटने को जो सीना ताने चलते है उन वीरों की चरण धूलि का तिलक लागये चलो सखे ।।
इसके अलावा ईशांत शर्मा ईशु, रवि चतुर्वेदी, चेतन विश्नोई आदि ने काव्य पाठ किया । इस अवसर पर कार्यक्रम में सीमा चौधरी , सोनू कुमार सहित गुरुद्वारा श्री नानक दरबार जोया अमरोहा के सेवक और साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।