महाशिवरात्रि के बाद भी संगम क्षेत्र में बनी रहेंगी सुविधाएं
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महाकुंभ में रविवार को जलवायु सम्मेलन और बर्ड फेस्टिवल, स्किमर बना मैसकट
महाकुंभ में “कुंभ की आस्था व जलवायु परिवर्तन” विषय पर जलवायु सम्मेलन आयोजित होगा, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इसमें धर्मगुरु, पर्यावरणविद्, सामाजिक संगठनों व उद्योग जगत के लोग शामिल होंगे। संगम तट पर होने वाले बर्ड फेस्टिवल-2025 का मैसकट इंडियन स्किमर पक्षी को बनाया गया है, जो उत्तर प्रदेश की नदियों में पाया जाता है। इससे पहले लखनऊ में कर्टन रेजर इवेंट हुआ, जिसमें वॉकथान और मैसकट विमोचन किया गया। सरकार के निर्देशन में यह आयोजन पहले भी कई स्थानों पर हो चुका है, लेकिन इस बार महाकुंभ में इसे विशेष रूप से आयोजित किया जा रहा है।
महाशिवरात्रि के बाद भी संगम क्षेत्र में बनी रहेंगी सुविधाएं
महाकुंभ समाप्ति के बाद भी संगम क्षेत्र में स्नान, सुरक्षा, पेयजल, शौचालय और बिजली जैसी सुविधाएं बहाल रहेंगी। श्रद्धालु नाव से संगम स्थल जाकर स्नान कर सकेंगे। हालांकि, पंडाल, प्रदर्शनी, हेलीकॉप्टर सेवा और हॉट एयर बैलून जैसे आकर्षण नहीं रहेंगे।प्रयागराज एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है, जिससे श्रद्धालुओं की लगातार आमद बनी रहने की उम्मीद है। हालांकि, मेला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि मेला अवधि का विस्तार नहीं होगा और अस्थायी बसावट तय समय पर हटा दी जाएगी।