Rajasthan के Jhalawar में School की building गिरने से 5 मासूमों की मौत

राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार, 25 जुलाई की सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। मनोहर थाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव स्थित एक सरकारी स्कूल की बिल्डिंग अचानक भरभरा कर गिर पड़ी। इस भयावह हादसे में 5 बच्चों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इस बीच लव इंडिया नेशनल का स्कूल प्रबंधन और बच्चों के अभिभावकों से आग्रह है कि जर्जर स्कूल भवन होने पर खुद और बच्चों को बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। जो इस तरह है:-
स्कूल प्रशासन को सूचित करें
- स्कूल प्रशासन को जर्जर भवन की जानकारी दें: यदि आपको लगता है कि स्कूल भवन जर्जर है और बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है, तो स्कूल प्रशासन को तुरंत सूचित करें।
- स्कूल प्रशासन से कार्रवाई की मांग करें: स्कूल प्रशासन से जर्जर भवन की मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए कार्रवाई करने की मांग करें।
सुरक्षा उपाय
- जर्जर भवनों से बचें: यदि स्कूल भवन जर्जर है, तो बच्चों को उन क्षेत्रों से दूर रखें जहां खतरा हो सकता है।
- सुरक्षित क्षेत्रों की पहचान करें: स्कूल में सुरक्षित क्षेत्रों की पहचान करें जहां बच्चे खतरों से बच सकते हैं।
- आपातकालीन निकास योजना बनाएं: स्कूल में आपातकालीन निकास योजना बनाएं ताकि बच्चों को खतरनाक स्थिति में सुरक्षित रूप से निकाला जा सके।
सरकारी एजेंसियों को सूचित करें
- शिक्षा विभाग को सूचित करें: यदि स्कूल प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है, तो शिक्षा विभाग को जर्जर भवन की जानकारी दें।
- स्थानीय प्रशासन को सूचित करें: स्थानीय प्रशासन को भी जर्जर भवन की जानकारी दें और कार्रवाई की मांग करें।
बच्चों को जागरूक करें
- बच्चों को सुरक्षा के बारे में शिक्षित करें: बच्चों को सुरक्षा के बारे में शिक्षित करें और उन्हें जर्जर भवनों के खतरों के बारे में बताएं।
- बच्चों को आपातकालीन स्थिति में कार्रवाई करने के लिए तैयार करें: बच्चों को आपातकालीन स्थिति में कार्रवाई करने के लिए तैयार करें और उन्हें सुरक्षित रूप से निकास के तरीके सिखाएं।
इन कदमों को उठाकर, आप खुद और बच्चों को जर्जर स्कूल भवन के खतरों से बचा सकते हैं।