संभल की रामलीला में माता सीता जी के हरण का लीला मंचन

लव इंडिया संभल। 29 सितंबर को नगर पालिका परिषद, संभल में श्री रामलीला कमेटी, संभल द्वारा आयोजित भव्य एवं दिव्य आदर्श श्री रामलीला में सर्वप्रथम भगवान गणेश जी का अतिथियों द्वारा विधि विधान से पूजा – अर्चना की गई।

जय श्री राधा कृष्ण रामलीला नाट्य कला मंदिर, दरभंगा बिहार के कलाकारों द्वारा माता सीता हरण की लीला का मंचन किया गया। जिसमें मंचन से पूर्व व्यास जी ने बताया कि सीता हरण लीला का मंचन, रामलीला का एक महत्वपूर्ण और भावुक हिस्सा है, जिसमें रावण द्वारा साधु का वेश धारण करके सीता का छलपूर्वक अपहरण किया जाता है।

यह मंचन, जिसे रामलीला महोत्सव के दौरान किया जाता है। जो देखने वालों को भाव-विभोर कर देता है और साथ ही इसमें भगवान राम के जीवन के संघर्षों को दर्शाया जाता है ।
तदुपरांत मंचन प्रारंभ होता है। जिसकी शुरुआत शूपर्णखा, रावण से सीता के हरण की योजना बनाती है।

योजना के अनुसार रावण का मामा मारीच जो एक मायावी राक्षस था। वह सोने का हिरण बनकर पंचवटी के पास पहुंचता है। सीता इस सुंदर मृग को देखकर प्रसन्न हो जाती हैं और भगवान राम से उसे पकड़ने का आग्रह करती हैं, जिसके बाद राम मृग का पीछा करने चले जाते हैं।

राम के जाते ही मारीच राम की आवाज में पुकारता है, जिससे सीता चिंतित होकर लक्ष्मण को राम की सहायता के लिए भेजती हैं। लक्ष्मण एक लक्ष्मण रेखा खींचकर सीता से उस रेखा के बाहर न निकलने का आग्रह करते हैं।

योजना के अनुसार अवसर पाकर रावण साधु का वेश धारण करके कुटिया पर आता है और माता सीता से भिक्षा मांगता है। जैसे ही सीता लक्ष्मण रेखा को लांघकर भिक्षा देती हैं, रावण अपने असली रूप में आकर उनका हरण कर लेता है।

मार्ग में जटायु रावण को रोकने का प्रयास करता है, लेकिन रावण उसे घायल कर देता है।.माता सीता के हरण के बाद राम और लक्ष्मण के विलाप का दृश्य मंचित किया जाता है,जो वातावरण को मार्मिक बना देता है। सीता हरण माता लीला का मंचन देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं।

कलाकारों का सजीव अभिनय दर्शकों को तालियों की गड़गड़ाहट से सराहा जाता है और कई बार उनकी आंखें नम हो जाती हैं। आज कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय इतिहास संकलन समिति के प्रांत संगठन मंत्री डॉ० कुलदीप त्यागी, डॉ० अरविंद गुप्ता, डाॅ० यू० सी० सक्सेना, अजय सिंघल, शक्ति शंकर, अशोक गर्ग उपस्थित रहे।


इसके अतिरिक्त इतिहास संकलन समिति के जिलाध्यक्ष अजय कुमार शर्मा के साथ गणमान्य समाजसेवी रहे। व्यवस्था बनाने में उज्ज्वल सक्सेना, प्रभाकर शुक्ला, राजकुमार शर्मा, कैलाश चंद्र गुप्ता, अभिषेक शुक्ला, अभिलाष, पिंकू त्यागी, शोभित गुप्ता ,शोभित, सौरभ मुखिया, शिल्पी गुप्ता, सरिता गुप्ता, बबीता भारद्वाज, शालू गुप्ता डेन वाले ,शालिनी रस्तोगी, अतुल शर्मा, संजीव शुक्ला, अभिषेक गुरु आदि उपस्थित रहे।


अध्यक्ष अनंत अग्रवाल द्वारा सभी का पटका पहनाकर और पलक पांवड़े बिछाकर स्वागत किया गया। प्रबंधक वैभव गुप्ता ने श्री रामलीला कमेटी के सदस्यों के माध्यम से कार्यक्रम को सुव्यवस्थित रूप प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन एड० उमेश शर्मा द्वारा किया गया।

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