Samajwadi Party: सामाजिक क्रांति के अग्रदूत थे ज्योतिराव फुले

लव इंडिया, मुरादाबाद। जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय पर महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले की जयंती मनाई गई। उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया गया।

माल्यार्पण पश्चात् जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा सामाजिक क्रांति के अग्रदूत महात्मा ज्योतिराव फूले जिनका संघर्ष का फार्मूला सेठ जी भट्ट जी बनाम शुद्र अतिशुद्र अर्थात पूंजीवाद और मनुवाद/ सामंतवाद बनाम मेहनतकश अवाम का रहा। इसी फार्मूले को डॉ अम्बेडकर जी ने अपनाया।


जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने कहा कि सही अर्थों में इसको बहुजन हिताय बहुजन सुखाय भी कह सकते हैं जो तथागत बुद्ध का संदेश है। गंभीरता से विचार किया जाए तो आज भी पूंजीवाद समाज की गंभीर समस्या है क्योंकि पूंजीवाद व्यक्तिवादी अवधारणा है जो दूसरी तरीके से सामंतवाद का ही रूप है। तथा भारतीय संविधान की मूल भावना के अनुसार प्रस्तावना में भी राजसत्ता का परम दायित्व सामाजिक और आर्थिक विषमता को समाप्त करना ही है। ऐसे दूरदर्शी, सामाजिक क्रांति के अग्रदूत, शिक्षा की अलख जगाने वाले, अंधविश्वास, अंधश्रद्धा, चमत्कार एवं अलौकिक शक्तियों का पर्दाफाश करने के लिए उन्होंने सत्यशोधक समाज की स्थापना की तथा सबसे पहले आए विदेशी आक्रांताओं और नस्लीय भेदभाव को उजागर करने के लिए गुलामगिरी इत्यादि अनेक पुस्तकों की रचना की ऐसे महान फूले साहेब का जन्म आज ही के दिन 11अप्रैल 1827 को महाराष्ट्र के पुना शहर में हुआ था उनके जन्मदिन पर सभी मेहनतकश अवाम एवं समाजवादी पार्टी के सभी सदस्यों को बहुत-बहुत बंधाई हार्दिक शुभकामनायें।


इस दौरान, जयंती के अवसर पर जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव, वेदप्रकाश सैनी, नाजिम अली,लाखन सिंह सैनी, सुनीता सिंह, विजयवीर यादव, वी के सैनी, लुकमान खान, अशकार पाशा, योगेंद्र यादव, अशोक सैनी, प्रेमबाबू बाल्मीकि, नरेश शर्मा, रमेश सैनी, बालकिशन शर्मा, गोविन्द प्रजापति, वीरेंद्र प्रसाद, शंकर लाल दानिश मिर्जा, मो महमूद, मो आरिफ, जाकिर, जिलाल पाशा आदि मुख्य थे।

error: Content is protected !!