RCP Singh ने BJP-JDU का साथ छोड़ा, bihar की राजनीति में नया मोड़

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह यानी आरसीपी सिंह ने राजनीति में एक नया मोड़ ले लिया है। हाल ही में भाजपा को अलविदा कहकर अपनी नई पार्टी बनाने वाले आरसीपी सिंह ने अब अपनी पार्टी का विलय प्रशांत किशोर की राजनीति की नई ताकत, जन सुराज में कर दिया है।
आरसीपी सिंह ने पहले जदयू के कद्दावर नेता के रूप में बिहार में पार्टी संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन जब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मर्जी के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी का साथ दिया, तब जदयू ने उनसे दूरी बना ली। इसके बाद नीतीश कुमार के एनडीए में वापस आने के बाद आरसीपी सिंह भाजपा में किनारे हो गए।
इस राजनीतिक परिदृश्य में प्रशांत किशोर ने अपने राजनीतिक कंधे बढ़ाए और आरसीपी सिंह को अपनी पार्टी में लेकर जन सुराज को सशक्त बनाने की रणनीति बनाई है। माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में यह गठजोड़ नए राजनीतिक समीकरणों को जन्म देगा, जहां आरसीपी सिंह की संगठनात्मक महारत पीके के नेतृत्व वाली पार्टी के लिए बड़ा लाभ साबित होगी।
अब देखना होगा कि जन सुराज इस नई ऊर्जा के साथ बिहार की राजनीति में कितना प्रभाव छोड़ पाती है। इस नई शुरुआत के साथ आरसीपी सिंह ने अपनी राजनीतिक यात्रा में एक नया अध्याय खोल दिया है।