पंचायत चुनाव के लिए रालोद ने ठोकी ताल
रूहेलखंड में जिला पंचायत अध्यक्षों की कुर्सी पर नजर
बिजनौर,अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और संभल के जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर काबिज होने की रणनीति। प्रत्याशी चयन में भाई-भतीजावाद को नहीं मिलेगी जगह, गांव-गांव जाकर जनता से सीधा संवाद करेंगे कार्यकर्ता
लव इंडिया, मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश की राजनीति में पंचायत चुनाव का माहौल गरमाने लगा है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने रविवार को मुरादाबाद के पाकबड़ा स्थित दिल्ली रोड पर होटल हॉलीडे रीजेंसी में आयोजित रूहेलखंड क्षेत्र की बैठक के जरिए यह साफ कर दिया कि पार्टी इस बार पंचायत चुनाव को लेकर पूरी ताकत झोंक रही है।

रालोद पहले ही ऐलान कर चुकी है कि वह बिना किसी गठबंधन के अकेले मैदान में उतरेगी। अब पार्टी ने रूहेलखंड में जिला पंचायत अध्यक्षों की कुर्सी पर काबिज होने का ऐलान किया है। इस रणनीति ने विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है। बैठक की अध्यक्षता रूहेलखंड क्षेत्रीय अध्यक्ष रामबीर सिंह ने की, जबकि पंचायत चुनाव संचालन समिति के प्रदेश संयोजक एवं पूर्व मंत्री डॉ. कुलदीप उज्ज्वल ने चुनावी रूपरेखा पेश की।
डॉ. कुलदीप उज्ज्वल ने कहा कि पार्टी की निगाह खास तौर पर बिजनौर,अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और संभल के जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर है। इन जिलों में रालोद एक विशेष चक्रव्यूह तैयार कर रही है। इसके साथ ही बरेली मंडल के लिए भी विशेष रणनीति बनाई गई है। उन्होंने कहा— “पंचायत चुनाव रालोद के लिए बेहद अहम हैं। इनके बाद यूपी में 2027 के विधानसभा चुनाव हैं। हम पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव की तरह ही गंभीरता से ले रहे हैं।

भारत रत्न चौधरी चरण सिंह मानते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। हमारे नेता और केंद्रीय मंत्री चौधरी जयंत सिंह गांव देहात की समस्याओं और मुद्दों को लखनऊ और दिल्ली की राजनीति के केंद्र में लाने के लिए जुटे हैं। पंचायत चुनाव इसमें विशेष भूमिका निभाएंगे। हम जिला पंचायत अध्यक्ष और जिला पंचायत के वार्डों के लिए ठोस रणनीति बना रहे हैं ताकि नतीजों के बाद अध्यक्ष के चुनाव में जीत आसान हो। जाहिर है कि अगर हमारे जिला पंचायत सदस्य सबसे ज्यादा होंगे तो अध्यक्ष पद पर पार्टी प्रत्याशी की ताजपोशी तय हो जाएगी।
इसी तरह ब्लॉक प्रमुखों के पदों के लिए रणनीति बनाई जा रही है। बड़ी संख्या में दावेदार चुनाव लड़ने के लिए आ रहे हैं। पंचायत स्तर पर मजबूत होंगे तो विधानसभा में भी सफलता निश्चित होगी। पंचायत चुनाव केवल राजनीतिक प्रक्रिया नहीं बल्कि गाँवों की असली ताक़त और लोकतंत्र की जड़ हैं। रालोद इस बार पंचायत चुनाव को आंदोलन की तरह लड़ेगा और कार्यकर्ता गाँव-गाँव जाकर जनता से सीधा संवाद करेंगे।”

नेताओं के विचार
पंचायत चुनाव संचालन समिति के सदस्यों ने भी अपने विचार रखे। विकास कादियान ने कहा कि संगठन को मजबूत करना पहली प्राथमिकता है, इसी के तहत जनपदीय समितियों का गठन जल्द किया जाएगा और रालोद पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतरेगी। मौहम्मद ज़ैद ने कहा कि पार्टी पूरे प्रदेश में मजबूती से चुनाव लड़ेगी और सफलता हासिल करेगी। नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरी शिद्दत से निभाया जाएगा।
.वहीं ठाकुर संतोष सिंह और रोहित प्रताप ने संयुक्त बयान में कहा कि चौधरी चरण सिंह मानते थे कि देश की खुशहाली का रास्ता खेतों-खलिहानों से होकर गुजरता है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए रालोद पंचायत चुनावों के जरिए गांवों में अपनी नींव और मजबूत करेगी। चौधरी जयंत सिंह ने यूपी पंचायत चुनावों के लिए प्रदेश स्तरीय संचालन समिति का गठन किया था। इसमें डॉ. कुलदीप उज्ज्वल को संयोजक बनाया गया है और कई वरिष्ठ नेताओं को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।

• पहली बैठक 30 अगस्त को लखनऊ में हुई थी।
• दूसरी बैठक 12 सितम्बर को मेरठ में हुई।
• तीसरी बैठक 16 सितम्बर को मथुरा में सम्पन्न हुई।
• अब चौथी बैठक मुरादाबाद में आयोजित की गई।
इन बैठकों में प्रत्याशी चयन की पॉलिसी और संगठनात्मक तालमेल पर मंथन हुआ। जल्द ही लखनऊ, हस्तिनापुर और बूंदेलखंड क्षेत्र में स्थानीय संचालन समितियां गठित की जाएंगी। इसके बाद प्रत्याशियों के आवेदन और स्क्रीनिंग होगी तथा अंतिम सूची प्रदेश समिति को भेजी जाएगी।

प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया
मुरादाबाद बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि—
• प्रत्येक जनपद में 5-5 जिम्मेदार लोगों की कमेटी बनाई जाएगी।
• कमेटी की निगरानी क्षेत्रीय और मंडल अध्यक्ष करेंगे।
• अंतिम सूची पंचायत चुनाव संचालन समिति को भेजी जाएगी।
• भाई-भतीजावाद और सिफारिश को दरकिनार कर ईमानदार, पार्टी के निष्ठावान और साफ छवि वाले कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी बनाया जाएगा।
नतीजा और संकेत
कुल मिलाकर, मुरादाबाद की बैठक ने यह साफ कर दिया है कि रालोद पंचायत चुनावों को सिर्फ स्थानीय नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति की धुरी मान रही है। खासकर रूहेलखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर कब्ज़े की तैयारी पार्टी की चुनावी रणनीति का केंद्र है, जो सीधे-सीधे 2027 के विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल साबित होगा। बैठक की अध्यक्षता रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष रामबीर सिंह ने की।

समिति के संयोजक डॉ. कुलदीप उज्ज्वल, सदस्य विकास कादियान (मुज़फ्फरनगर), मौहम्मद ज़ैद (बिजनौर), रोहित प्रताप (मथुरा), ठाकुर संतोष सिंह (भदोही), हवलदार यादव (बनारस) के अलावा सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक चौधरी, मुरादाबाद मन्डल के अध्यक्ष सरजीत सिंह, बरेली मन्डल के अध्यक्ष जफ़र, मनोज चौधरी जिलाध्यक्ष मुरादाबाद, मतलूब एडवोकेट जिलाध्यक्ष बरेली, शाहिद जिलाध्यक्ष रामपुर, केसर अब्बास जिलाध्यक्ष सम्भल, जितेंद्र यादव जिलाध्यक्ष बदायूँ, नरेन्द्र आचार्य जिलाध्यक्ष बिजनौर, सचिन चौधरी जिलाध्यक्ष अमरोहा, अजीत सिंह एडवोकेट प्रदेश सचिव, लवकुश फौजी, युवा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अनुज चौधरी, महिला प्रकोष्ठ की मण्डल प्रभारी दीप माला आदि मौजूद रहे। इसके अलावा बरेली और मुरादाबाद मंडल के सभी जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, प्रकोष्ठों के क्षेत्रीय अध्यक्ष और युवा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
