PM Modi ने किए 39 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण, GI Tag को बताया ‘नई पहचान का पासपोर्ट’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को काशी पहुंचकर 39 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने तीन बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड सौंपे और यूपी के 21 पारंपरिक उत्पादों को जीआई टैग प्रदान किया। जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने जीआई टैग को पहचान का नया पासपोर्ट बताया और कहा कि यह उत्पादों की मिट्टी और संस्कृति से जुड़ी विरासत को वैश्विक स्तर पर ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब केवल संभावनाओं की नहीं, बल्कि सिद्धियों की भूमि बन चुका है। काशी में स्वास्थ्य सेवाओं की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि यहां अब बड़े अस्पताल बन रहे हैं और यह पूर्वांचल की आरोग्य राजधानी बन रहा है। उन्होंने लखपति दीदी योजना, नारी सशक्तिकरण और ओलंपिक की तैयारियों पर भी प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने युवाओं से ओलंपिक में मेडल लाने का आह्वान किया और काशी में नए खेल स्टेडियमों की घोषणा की। साथ ही उन्होंने यूपी के बदलते आर्थिक और सांस्कृतिक नक्शे को ‘विकास और विरासत का संगम’ बताया। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को सामूहिक दुष्कर्म मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए और इलाज के लिए ज़मीन बेचने की मजबूरी खत्म करने की बात कही।
काशी में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, सीएम योगी ने गिनाईं 11 वर्षों की विकास उपलब्धियां
महाकुंभ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहली बार वाराणसी आगमन पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत कर काशी के विकास के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि बीते 11 वर्षों में काशी का कायाकल्प हुआ है, जो अब संकरी गलियों से निकलकर विश्वस्तरीय पहचान बना चुकी है। सीएम योगी ने बताया कि काशी में अब तक 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं लागू की जा चुकी हैं और शुक्रवार को पीएम मोदी ने 4000 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। काशी में आयोजित महाकुंभ के दौरान तीन करोड़ श्रद्धालुओं के समागम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ‘नमामि गंगे’ परियोजना की सफलता इसका आधार बनी। इस अवसर पर पीएम मोदी को राधा-कृष्ण की लीलाओं से युक्त अंगवस्त्र और काशी की काष्ठकला से बना कमल छत्र भेंट किया गया। सीएम योगी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश को सबसे अधिक जीआई टैग प्राप्त हुए हैं और काशी के कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहचान मिली है। 21 नए GI टैग सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। साथ ही आयुष्मान भारत योजना से प्रदेश में 10 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं और 50 हजार बुजुर्गों ने वय वंदना योजना कार्ड बनवाया है। काशी की बनास डेयरी परियोजना के माध्यम से किसानों व पशुपालकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। सीएम ने इसे अन्नदाताओं के लिए बड़ी उपलब्धि बताया।