जमीनी स्तर पर लोगों की कठिनाइयों और जरूरतों को समझते हुए नीतियाँ बनाने का अवसर: ओम बिरला

बृहस्पतिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शहरी स्थानीय निकायों के सभापतियों के दो दिवसीय प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया मानेसर, हरियाणा पहुँचने पर राज्य द्वारा पारंपरिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। मुरादाबाद से मेयर विनोद अग्रवाल, नगर पंचायत पाकबड़ा अध्यक्ष मोहम्मद याक़ूब, पार्षद गौरव श्रीवास्तव को समारोह में बुलाया गया था।

समारोह को सम्बोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा स्थानीय स्वशासन लोकतंत्र का मजबूत आधार है, इसके प्रतिनिधियों से जनता का सीधा संवाद होता है, जिससे आमजन लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रत्यक्ष भागीदार बनता है। लोकतंत्र की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि इसमें जमीनी स्तर पर लोगों की कठिनाइयों और जरूरतों को समझते हुए नीतियाँ बनाने का अवसर मिलता है; और जब नीतियाँ जनभागीदारी से बनती हैं, तभी उनका लाभ व्यापक रूप से मिल पाता है। भारत “मदर ऑफ डेमोक्रेसी” है।

यहां ग्राम सभाओं, समितियों और जनचर्चा की समृद्ध परंपरा रही है। इन सभाओं में संवाद के माध्यम से जो निर्णय लिए जाते थे, उन्हें समाज ने हमेशा स्वीकारा है । यही हमारी लोकतांत्रिक कार्यशैली की जड़ें हैं, जो हमें सदियों से मिली हैं। आज आवश्यकता है कि नगर निकायों की बैठकें हमारी समृद्ध लोकतांत्रिक परम्परा को आगे बढ़ाएं। नगर निकायों की बैठकों का संचालन मर्यादित और नियमबद्ध हो, नियमित हो।


इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री, श्री नायब सिंह और हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष श्री हरविंदर कल्याण सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। शुक्रवार को संसद हाल में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नगर निगम,नगरपालिका,नगर पंचायत अध्यक्ष,निर्वाचित प्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासक एवं पाकबड़ा नगर पंचयात से श्री मोहम्मद याक़ूब चेयरमैन, साझी लोकतांत्रिक भावना के साथ इस सम्मेलन में शामिल हुए।

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