Modern Teaching Courses को टीएमयू Best Destination

लव इंडिया, मुरादाबाद। गुणवत्तापूर्ण तालीम के चलते भावी शिक्षकों को तराशने के लिए तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद अपनी विशेष पहचान रखती है। आईटैप कोर्स करने के बाद यूनिवर्सिटी में विभिन्न सूबों के बड़ी संख्या में स्टुडेंट्स में अपने करियर को ऊंचाई दे रहे हैं। 12वीं के बाद बीएड एवम् स्नातक की संयुक्त पढ़ाई को लेकर स्टुडेंट्स उत्साह से लबरेज़ हैं। टीएमयू का कॉलेज ऑफ एजुकेशन हजारों स्टुडेंट्स का सफल शिक्षक बनने का सपना पूरा कर रहा है। इंटरमीडिएट के बाद ही टीएमयू में संचालित बीए-बीएड, बीएससी-बीएड एवम् बीएलएड पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया जा सकता है। बीएड अब 2 साल के स्थान पर 4 साल का है। इसके लिए अब स्नातक करने की आवश्यकता नहीं है।
टीचोक्रेट्स- मॉडर्न टीचर बनने के बाद सरकारी और पब्लिक विद्यालयों में प्राइमरी, जूनियर, टीजीटी, पीजीटी स्तर के टीचोक्रेट्स बनने के रास्ते खुलते हैं। सरकारी और प्राइवेट महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर एजुकेशन के संग-संग टेक्नोलॉजी कंपनियों में मेंटर, स्वयं का स्कूल- कॉलेज खोलने आदि समेत कई रास्ते खुल जाते हैं। रिसर्च की संभावनाओं के द्वार भी खुल जाते हैं। टीएमयू के सैकड़ों पूर्व विद्यार्थी देश-विदेश में सेवाएं देकर शहर और संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं।

टीएमयू के छात्र कल्याण निदेशक एवम् करियर कोच प्रो. एमपी सिंह बताते हैं, टीएमयू में 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्सेज में प्रवेश लेने से एक साल का लाभ मिलेगा और करियर को लेकर अनिश्चित्ता भी खत्म हो जाएगी। सरकारी नौकरी के लिए स्टुडेंट्स को विशेष तैयारी समेत आईआईटी- जैम, टीजीटी, पीजीटी, टीईटी, सीटीईटी, सुपर टेट और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है, जिससे अधिक से अधिक स्टुडेंट्स का चयन हो सके।

निदेशक छात्र कल्याण प्रो. सिंह बताते हैं कि 4 वर्षीय बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स को पूरा करने पर अलग-अलग नहीं, बल्कि एक ही डिग्री प्रदान की जाती है। टीएमयू में चार वर्षीय बीए-बीएड, बीएससी-बीएड एवं बीएलएड पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीएलएड में 50-50, बीएड में 100 एवम् एमएड में 50 सीटों पर प्रवेश लिए जा रहे हैं। छात्रों को सीयूईटी और एनसीईटी के आधार पर छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी। शैक्षणिक सत्र 2026-27 से इन सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए की ओर से आयोजित एनसीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा।