District Jail में मिलाई के बहाने Undertrial बंदी को चरस देने पहुंचे Advocate, गिरफ्तार

उमेश लव लव इंडिया मुरादाबाद। जिला कारागार में मिलाई के बहाने विचाराधीन बंदी को चरस देने पहुंचे अधिवक्ता को चेकिंग के दौरान पकड़ लिया गया। बाद में इसे सिविल लाइन पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया गया। इससे 100 ग्राम चरस मिली है।

चार अक्टूबर 2025 को अपराह्न 15.04 बजे एडवोकेट शरद कुमार जिला कारागार में विचाराधीन बंदी राधेश्याम पुत्र ओमप्रकाश और नीरज पुत्र आदेश से मिलने के लिए पहुंचे और प्रार्थना पत्र किया। कुछ देर के बाद जिला कारागार में दाखिल हुए। पहले गेट के बाद एडवोकेट शरद कुमार की ‌द्वितीय गेट पर तलाशी ली गई तो पहनी पैंट की दाहिनी जेब से एक सफेद रंग की पालीथीन से लिपटा काले रंग का बत्तीनुमा पदार्थ (वजन करीब 100 ग्राम) बरामद हुआ। इसकी सूचना डिप्टी जेलर मूल कुमार राही ने जेलर सुरेश कुमार मिश्रा को दी।

पूछने पर एडवोकेट शरद कुमार ने पहले तो कुछ नहीं बताया। मगर सख्ती से पूछताछ करने पर एडवोकेट शरद कुमार ने बताया कि यह काला पदार्थ असल में चरस है। जिसको मैं अपने गांव के विचाराधीन बंदी राधेश्याम पुत्र ओमप्रकाश निवासी चन्दनपुर ईशापुर थाना मूढापाण्डे, मुरादाबाद को उसकी मिलाई पर देने के लिये आया था। लेकिन चैकिंग के दौरान जेल कर्मियो ने पकड़ लिया।

बरामद चरस के बारे में पूछने पर बताया कि यह मैं, विशाल पुत्र भगवती प्रसाद निवासी भगवती मन्दिर के पीछे कटरा पूरन जाट कोतवाली मुरादाबाद से लेकर आया था। चूकिं राधेश्याम मेरे गांव का रहने वाला है तथा मेरा पुराना दोस्त है, जो चरस आदि का शौकीन है। कचहरी में अदालत में पेशी के दौरान राधेश्याम के कहने पर मैं, उसके लिये चरस लेकर आया था। इस संबंध में एडवोकेट शरद कुमार द्वारा मिलाई हेतु आये अन्य अधिवक्तागण की मौजूदगी में लिखित में माफीनामा दिया जिसकी जेल अधीक्षक ने वीडियोग्राफी कराई। इस दौरान जिला कारगार में हड़कंप मचा रहा।

बाद में जिला कारागार पर बाद पेशी आये बंदियों की गिनती, तलाशी व अन्य कार्यवाही के बाद इस प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया और उन्हीं के निर्देश अनुसार एडवोकेट शरद कुमार तथा उससे बरामद चरस को लेकर जेल के अधिकारी सिविल लाइन थाने पहुंचे और एडवोकेट शरद कुमार को पुलिस के हवाले कर दिया।

इस संबंध में नगर पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि इस मामले में जेलर सुरेश कुमार मिश्रा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। अधिवक्ता शरद कुमार को पुलिस ने हवालात में डाल दिया। एडवोकेट शरद कुमार जिस बिचाराधीन बंदी को चरस की सप्लाई करने के लिए गए थे। वह हनी ट्रैप में जिला कारागार में बंद है।

error: Content is protected !!