अनेक हिन्दी सेवी ग्रंथों में मुरादाबाद के साहित्यकारों का उल्लेख

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में स्थित मुरादाबाद जनपद एक ऐसा ख्याति प्राप्त जनपद है, जिसके कण-कण में अतीत के इतिहास, संस्कृति एवं साहित्यिक परम्परा के गौरव की गूंज है। प्राचीन ग्रंथों में इस जिले के एक विस्तृत भू-भाग को आर्य संस्कृति का एक प्रमुख केन्द्र बताया जाता है।


हिन्दी साहित्य की प्रत्येक विधा चाहे वह काव्य हो अथवा गद्य, कहानी हो या उपन्यास, नाटक हो अथवा एकांकी, निबंध हो या समीक्षा या अन्य विधायें ही क्यों न हों, जनपद के साहित्यकारों ने प्रचुर मात्रा में लेखन कार्य किया है। हिंदी साहित्य के इतिहास संबंधी अनेक ग्रंथों में जनपद के साहित्यकारों का संकेत मिलता है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल के हिंदी साहित्य के इतिहास में जनपद के तीन साहित्यकारों पंडित ज्वाला प्रसाद मिश्र, पंडित बलदेव प्रसाद मिश्र तथा पंडित ज्वाला दत्त शर्मा का उल्लेख है।

डॉ श्याम सुंदर दास ने हिन्दी कोविद रत्नमाला, आचार्य चतुर सेन ने हिन्दी भाषा और साहित्य का इतिहास , डॉ धीरेंद्र वर्मा ने हिन्दी साहित्य कोश तथा आचार्य क्षेमचंद्र सुमन ने दिवंगत हिन्दी सेवी ग्रंथों में मुरादाबाद जनपद के साहित्यकारों का उल्लेख किया है।
19वीं सदी के पूर्वार्द्ध तक जनपद में अरबी फारसी तथा उर्दू का साहित्यिक वातावरण था जिसके कारण हिंदी साहित्य का विकास नहीं हो सका। देश में जब प्रेसों का चलन हुआ तो मुरादाबाद में अनेक लीथों प्रेस स्थापित हुए और हिंदी को भी एक नया बल मिला। 19वीं शती में मुरादाबाद हिंदी लेखकों का एक ऐसा गढ़ बना जिसमें अनेक अनुवादक और मौलिक लेखक पैदा हुए ।

जनपद के सर्वाधिक प्राचीन साहित्यकार के रूप में अठारहवीं शती में जन्में तुलसीदास नामक एक कवि की रचनाएं उपलब्ध होती हैं। इसी काल के सीताराम कवि की एक कृति ‘दिल्लगन चिकित्सा’ की भी प्रति मिलती है ।
भारतेंदु युगीन साहित्यकारों में लाला शालिगराम वैश्य , पंडित झब्बी लाल मिश्र , स्वरूप चन्द्र जैन , सूफी अम्बा प्रसाद, विद्यावारिधि पंडित ज्वाला प्रसाद मिश्र ,
पं० बलदेव प्रसाद मिश्र ,पं० कन्हैया लाल मिश्र मुंशी इन्द्रमणि वैश्य के नाम उल्लेखनीय हैं। हिन्दी के प्रारम्भिक कहानीकारों में एक पंडित ज्वाला दत्त शर्मा भी मुरादाबाद के थे।


पं० पुरुषोत्तम व्यास , छदम्मी लाल विकल ,पं नरोत्तम व्यास, दुर्गादत्त त्रिपाठी ,रमा शंकर जैतली विश्व , मदन मोहन व्यास ,पृथ्वीराज मिश्र ,दिनेश चन्द्र पाण्डे , दयानन्द गुप्ता ,
सर्वेश्वर सरन सर्वे , वीरेन्द्र मिश्र, कैलाश चन्द्र अग्रवाल, राजनारायण मेहरोत्रा ,सुरेन्द्र मोहन मिश्र ,पुष्पेन्द्र वर्णवाल, रामावतार त्यागी, डॉक्टर विश्व अवतार जेमिनी, डॉक्टर कुँवर बेचेन, डॉक्टर मक्खन मुरादाबादी के अतिरिक्त अनेक नाम ऐसे हैं जिन्होंने अपने साहित्य सृजन से मुरादाबाद जनपद को गौरवान्वित किया है।


हुल्लड़ मुरादाबादी और माहेश्वर तिवारी समेत अनेक साहित्यकार ऐसे भी हैं जिनका जन्म यहां तो नहीं हुआ लेकिन वह यहां स्थाई रूप से बस गए। वर्तमान में भी अनेक साहित्यकार ऐसे है जो अपनी कृतियों के माध्यम से हिन्दी साहित्य की अमूल्य सेवा कर रहे हैं।

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